बिहार में एक बार फिर से चमकी बुखार ने अटैक कर दिया है. गर्मी के सीजन शुरू होते ही बिहार के कई जिलों में चमकी बुखार से पीड़ित मरीज सामने लगे हैं. बच्चों के लिए यह बीमारी काफी घातक मानी जाती है. इस बीमारी की भयावता को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग गर्मी शुरू होते ही कमर कस लेता है. इसके बाद भी इस बीमारी से हर वर्ष कई बच्चों की मौत भी होती रही है.
मुजफ्फरपुर में अबतक इस बुखार से पीड़ित सात बच्चे सामने आ चुके हैं. सभी मरीजों को एसकेएमसीएच अस्पताल में भर्ती किया गया है. जिसमें से आधा दर्जन बच्चे मुजफ्फरपुर तो एक बच्चा मोतिहारी का रहने वाला था. इसके अलावा सीतामढ़ी जिला में भी एक बच्चा चमकी बुखार से पीड़ित मिला है. पीड़ित बच्चा बाजपट्टी प्रखंड के रतवारा गांव का रहने वाला है.
जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी की
पहला केस सामने आने से स्वास्थ्य विभाग में हलचल मच गई है. इस बार जिला प्रशासन ने पहले से ही पूरी तैयारी कर रखी है. अबतक 436 बच्चों को JE का टीकाकरण किया गया है. आशा और आंगनबाड़ी सेविकाओं को बड़ी मात्रा में ORS का पैकेट/प्रशिक्षण देकर क्षेत्र में चौकस रहने को कहा गया है. सदर अस्पताल में चमकी बुखार के मरीजों के लिए 10 बेड की व्यवस्था की गई है.
बीते साल की अपेक्षा मरीज कम
पीएचसी/एपीएचसी के प्रभारी को दो-दो बेड तैयार रखने का निर्देश दिया गया है. चमकी बुखार के मरीजों की सेवा के लिए 24 घंटे चार चिकित्सक की तैनाती की गई है, जो रोटेशन में संबंधित वार्ड में ड्यूटी दे रहे हैं. बता दें कि बीते वर्षों की अपेक्षा अबतक आंकड़े कम देखने को मिले है. लेकिन जिस तरह से दिन-प्रतिदिन मौसम की बेरुखी हो रही है तो हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं.