श्रावणीश्रावणी

सुल्तानगंज। श्रावणी मेला की तैयारियों के बीच शहर में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर लापरवाही उजागर हो रही है। नगर परिषद प्रशासन द्वारा सुरक्षा के उद्देश्य से लगाए गए 93 सीसीटीवी कैमरों में से 43 कैमरे एक माह से अधिक समय से बंद पड़े हैं। 11 जुलाई से श्रावणी मेला आरंभ होने वाला है, जिसमें देश-विदेश से लाखों कांवरिया अजगैवीनाथ धाम पहुंचेंगे। ऐसे में बंद पड़े कैमरे सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न खड़ा कर रहे हैं।

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शहर के मुख्य चौक-चौराहों, घाट, भीड़भाड़ वाले बाजार क्षेत्र और महत्वपूर्ण स्थलों पर लगाए गए इन कैमरों का उद्देश्य कांवरियों और आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है। नगर परिषद से संबद्ध एनजीओ के माध्यम से इन कैमरों को स्थापित किया गया था, लेकिन समय पर इनके मरम्मत और संचालन की व्यवस्था नहीं हो सकी है।

सीसीटीवी कैमरा कंट्रोल रूम में तैनात कर्मी ने जानकारी दी कि कैमरे फाइबर के क्षतिग्रस्त होने के कारण बंद हैं। वहीं, नगर परिषद सभापति राजकुमार गुड्डू ने बताया कि इस मामले में संबंधित प्रबंधक से बात हुई है। प्रबंधक ने पत्र के माध्यम से बताया है कि बंद पड़े कैमरों को शीघ्र दुरुस्त करने के लिए एजेंसी को निर्देशित कर दिया गया है।

हर वर्ष नगर परिषद द्वारा श्रावणी मेला के दौरान स्थायी कैमरों के अलावा अस्थायी सीसीटीवी कैमरे भी चिह्नित स्थलों पर लगाए जाते हैं ताकि श्रद्धालुओं की भीड़ पर नजर रखी जा सके। लेकिन स्थायी कैमरों के बंद रहने से अस्थायी कैमरों की भी व्यवस्था पर बोझ बढ़ेगा, जिससे सुरक्षा निगरानी में खामी की संभावना बढ़ रही है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि मेला आरंभ होने में अब कुछ ही दिन शेष हैं, इसके बावजूद नगर प्रशासन की ओर से आवश्यक तैयारी पूरी नहीं की जा सकी है। पिछले वर्षों में भीड़ और आपराधिक घटनाओं की रोकथाम में सीसीटीवी कैमरों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। लेकिन समय रहते तकनीकी खामियों को दूर नहीं किया गया तो इस बार सुरक्षा व्यवस्था पर बड़ा असर पड़ेगा।

कांवरियों की भीड़ के मद्देनजर पुलिस और प्रशासन के लिए कैमरे महत्वपूर्ण हथियार की तरह कार्य करते हैं, जिनके माध्यम से संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखी जा सकती है और भीड़ प्रबंधन में सहायता मिलती है। ऐसे में नगर परिषद को अविलंब बंद पड़े 43 कैमरों को ठीक कर चालू कराना चाहिए ताकि मेला में आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

नगर परिषद प्रशासन ने दावा किया है कि आगामी एक सप्ताह में अधिकतर कैमरों को दुरुस्त कर चालू कर दिया जाएगा। स्थानीय लोगों और दुकानदारों ने भी प्रशासन से आग्रह किया है कि सुरक्षा के इस महत्वपूर्ण माध्यम को मेला से पूर्व हर हाल में दुरुस्त कर लिया जाए ताकि किसी भी प्रकार की आपात स्थिति से निपटने में सहूलियत हो और श्रावणी मेला शांति एवं सुरक्षित वातावरण में संपन्न हो सके।

 

 

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