सीवान के पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब के खिलाफ के खिलाफ सीवान के हुसैनगंज थाने में केस दर्ज हुआ है। ओसामा पर जमीन कब्जा करने के लिए धमकी देने का आरोप लगा है। जमीन मालिक ने ओसामा और उसके करीबी सलमान मियां के खिलाफ थाने में आवेदन दिया था। हुसैनगंज थाने की पुलिस ने आर्म्स एक्ट समेत विभिन्न धाराओं के तहत ओसामा और सलमान मियां के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है और मामले की तफ्तीश शुरू कर दी है।
दरअसल, पूरा मामला हुसैनगंज थाना क्षेत्र के छपिया खुर्द बगीचा के पास स्थित 42 कट्ठा जमीन से जुड़ा है। बताया जा रहा है कि सीवान नगर थाना क्षेत्र के बनिया टोली निवासी अजय कुमार का बेटा अभिषेक कुमार ने छपिया खुर्द स्थित अपनी पुस्तैनी जमीन को बेचने के लिए लक्ष्मीपुर निवासी अर्जुन यादव से एग्रीमेंट किया था। बीते शुक्रवार को अर्जुन यादव उक्त जमीन पर बाउंड्री का काम करा रहे थे, तभी 20 से 25 अज्ञात लोग वहां पहुंचे और बाउंड्री को जबरन तोड़ दिया था और धमकी दिया था कि काम बंद कर दो नहीं तो अंजाम भुगतने को तैयार रहो। इस दौरान दहशत फैलान के लिए हमलावरों ने करीब 50 राउंड फायरिंग की थी।
इस घटना के बाद पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब का नाम चर्चा में आ गया है। पीड़ित अभिषेक कुमार ने हुसैनगंज थाने में आवेदन दिया था, जिसमें उसने घटना के पीछे प्रतापपुर निवासी मो. शहाबुद्दीन के बेटे ओसामा शहाब और तेतरिया निवासी पूर्व मुखिया छोटे उर्फ कुतुबुद्दीन के बेटे सलमान उर्फ सैफ का हाथ होने की बात कही थी। अभिषेक कुमार ने आरोप लगाया था कि ओसामा शहाब बार-बार धमकी दे रहा है कि ये जमीन मुझे दे दो, मुझे कॉलेज खोलना है और नहीं दोगे तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहो। पीड़ित की शिकायत पर हुसैनगंज थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए एफआईआर दर्ज किया है। जिसमें धारा 147, धारा 149, धारा 447, धारा 427, 120बी, 504, 506, आईपीसी और 27 आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज हुआ है।
वहीं, इस मामले से जुड़ा एक ऑडियो भी वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो ओसामा शहाब और अभिषेक कुमार उर्फ जिम्मी की बातचीत का है। बातचीत में कहा जा रहा है कि अगला आदमी मेरे बस की बात नहीं है। इस पर दूसरा व्यक्ति कह रहा है कि अगले आदमी को पैसा हमको वापस करना है न। अर्जुन को पैसा वापस हो जाएगा? इस पर तीसरे व्यक्ति हां कह रहा है। फिर दूसरा व्यक्ति कह रहा है कि ना होई त उसको मरवा देना। केस होई त देखल जाई। एक करोड़ रुपये केस में दे दिहल जाई। हालांकि फर्स्ट बिहार वायरल ऑडियो के सत्यता की पुष्टि नहीं करता है