भागलपुर, 19 फरवरी: वाराणसी के छात्रावास में मेडिकल की तैयारी कर रही छात्रा की हत्या के विरोध में भागलपुर के घंटाघर चौक से भगत सिंह चौक तक कैंडल मार्च निकाला गया। सोमवार शाम 6 बजे आयोजित इस कैंडल मार्च में सैकड़ों लोगों ने भाग लिया और छात्रा को न्याय दिलाने की मांग की। इस दौरान गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने “बिहार की बेटी को न्याय चाहिए”, “आरोपी को फांसी दो” और “भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करो” जैसे नारे लगाए।

घटना का पूरा मामला

वाराणसी में मेडिकल की तैयारी कर रही एक छात्रा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। परिवार का आरोप है कि छात्रा के साथ सामूहिक गलत काम किया गया और फिर उसकी जान ले ली गई । इस घटना से पूरा देश स्तब्ध है और विभिन्न संगठनों द्वारा विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि यूपी पुलिस ने परिवार को बिना बताए शव का अंतिम संस्कार कर दिया, जिससे संदेह और गहरा गया। परिवार और स्थानीय लोगों का मानना है कि इस मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है और न्याय दिलाने के लिए कड़े कदम उठाने की जरूरत है।

कैंडल मार्च में उठी न्याय की मांग

भागलपुर में आयोजित कैंडल मार्च में छात्र संगठन, सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी, महिलाओं और आम नागरिकों ने बड़ी संख्या में हिस्सा लिया। कैंडल मार्च के दौरान वक्ताओं ने कहा कि यह घटना बेटियों की सुरक्षा के प्रति लापरवाही और पुलिस प्रशासन की नाकामी को दर्शाती है

वक्ताओं ने मांग की कि –

  1. इस केस की उच्चस्तरीय जांच हो और दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी की सजा दी जाए।
  2. यूपी पुलिस द्वारा शव के गुपचुप अंतिम संस्कार की जांच की जाए और इसमें शामिल अधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई हो।
  3. देशभर में छात्राओं की सुरक्षा को लेकर कड़े कानून बनाए जाएं और छात्रावासों की सुरक्षा व्यवस्था दुरुस्त की जाए।

बिहार की बेटी को न्याय चाहिए

कैंडल मार्च में शामिल लोगों ने कहा कि यह केवल एक लड़की की हत्या नहीं है, बल्कि समाज और सिस्टम की विफलता का प्रतीक है। लोगों ने “बिहार की बेटी को न्याय चाहिए” का नारा लगाते हुए कहा कि अगर इस घटना को नजरअंदाज किया गया, तो भविष्य में बेटियों की सुरक्षा खतरे में पड़ जाएगी।

प्रदर्शन में प्रमुख लोगों की भागीदारी

इस कैंडल मार्च में छात्र संगठन, सामाजिक कार्यकर्ताओं और स्थानीय नेताओं ने भाग लिया। कई गणमान्य व्यक्तियों ने इस जघन्य अपराध की कड़ी निंदा की और कहा कि यह सिर्फ एक राज्य की नहीं, बल्कि पूरे देश की बेटियों की सुरक्षा का सवाल है।

इस दौरान कई वक्ताओं ने कहा कि –

  • “बेटियों की सुरक्षा के लिए सरकार को और सख्त कदम उठाने होंगे।”
  • “यह शर्मनाक है कि पीड़िता के शव का अंतिम संस्कार परिवार की सहमति के बिना कर दिया गया।”
  • “आरोपियों को जल्द से जल्द फांसी दी जाए ताकि भविष्य में कोई ऐसी घटना न कर सके।”

भ्रष्ट पुलिसकर्मियों को बर्खास्त करने की मांग

कैंडल मार्च के दौरान वक्ताओं ने यूपी पुलिस पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि जब पूरा देश न्याय की मांग कर रहा था, तब पुलिस प्रशासन ने मामले को दबाने की कोशिश की।

लोगों की मांग है कि –

  1. मामले में लापरवाही बरतने वाले पुलिस अधिकारियों को तुरंत बर्खास्त किया जाए।
  2. परिवार को बिना बताए शव का अंतिम संस्कार करने के लिए जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई हो।
  3. भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस की जवाबदेही तय की जाए।

देशभर में उबाल, बढ़ सकता है विरोध

यह घटना केवल भागलपुर तक सीमित नहीं है। देशभर में लोग इस घटना के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं। कई शहरों में कैंडल मार्च, धरना प्रदर्शन और सोशल मीडिया कैंपेन चलाए जा रहे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि अगर इस मामले में जल्द न्याय नहीं मिला, तो यह एक बड़ा जनांदोलन बन सकता है। इस केस ने निर्भया कांड की यादें ताजा कर दी हैं, और लोगों का गुस्सा चरम पर है।

परिवार की मांग – सीबीआई जांच हो

छात्रा के परिवार ने इस मामले की सीबीआई जांच की मांग की है। उनका कहना है कि –

  • “हमारी बेटी को न्याय मिलना चाहिए।”
  • “हम यूपी पुलिस की जांच पर भरोसा नहीं कर सकते, इसलिए सीबीआई को यह केस सौंपा जाए।”
  • “आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर फांसी दी जाए।”

निष्कर्ष – न्याय की लड़ाई जारी रहेगी

भागलपुर में निकाले गए कैंडल मार्च ने यह साबित कर दिया कि देश की बेटियों के सम्मान और सुरक्षा के लिए लोग एकजुट हैं। इस घटना ने हर माता-पिता, हर बहन और हर भाई को झकझोर कर रख दिया है।

लोगों ने संकल्प लिया कि जब तक छात्रा को न्याय नहीं मिलता, तब तक यह लड़ाई जारी रहेगी। अब देखना यह है कि सरकार और न्याय प्रणाली इस पर कितनी जल्दी और सख्ती से कदम उठाती है।

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