जिन सात सीट पर भाजपा और क्षेत्रीय पार्टियों के बीच मुकाबला है उनमें से तीन भगवा दल के पास थीं, जबकि दो सीट कांग्रेस के पास थीं। इसी तरह शिवसेना और राजद के पास एक-एक सीट थीं।

छह राज्यों में सात विधानसभा सीटों उपचुनाव के नतीजों के लिए थोड़ा ही वक्त बाकी है। रविवार को मतगणना प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जिन सात सीट पर भाजपा और क्षेत्रीय पार्टियों के बीच मुकाबला है उनमें से तीन भगवा दल के पास थीं, जबकि दो सीट कांग्रेस के पास थीं। इसी तरह शिवसेना और राजद के पास एक-एक सीट थीं।

उपचुनाव वाली इन सीटों में पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के परिवार का गढ़ कही जाने वाली हरियाणा की आदमपुर सीट भी शामिल है। भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई (आदमपुर सीट) और अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी (मोकामा सीट) उन दिग्गज उम्मीदवारों में शामिल है, जिनकी किस्मत का फैसला होना है। बिश्नोई भाजपा जबकि नीलम राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रत्याशी के तौर पर चुनाव मैदान में हैं। अनंत सिंह को अयोग्य घोषित किये जाने के बाद बिहार की मोकामा सीट पर उपचुनाव कराना पड़ा।

इसके अलावा बिहार की गोपालगंज सीट, महाराष्ट्र की अंधेरी (पूर्व) सीट, तेलंगाना की मुनुगोडे सीट, उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ सीट और ओडिशा की धामनगर सीट पर उपचुनाव के नतीजे घोषित होंगे।

कहां कैसा मुकाबला

बिहार के उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच है, जबकि हरियाणा में भगवा दल का मुकाबला कांग्रेस, आईएनएलडी और आम आदमी पार्टी (आप) से है। भाजपा का तेलंगाना में मुकाबला तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से, उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी से और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) से है।

भाजपा गोल गोकर्णनाथ सीट और धामनगर सीट बरकरार रखना चाहती है और इसने सहानुभूति पाने के लिए उन मौजूदा विधायकों के बेटों को मैदान में उतारा है जिनके निधन के कारण उपचुनाव हुआ। गोल गोकर्णनाथ सीट भाजपा विधायक अरविंद गिरि के निधन के कारण छह सितंबर को रिक्त हो गई थी। इस सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा हिस्सा नहीं ले रही हैं, इसलिए सपा उम्मीदवार और गोला के पूर्व विधायक विनय तिवारी और भाजपा के अमन गिरि के बीच सीधा मुकाबला है।

धामनगर सीट पर इकलौती महिला उम्मीदवार बीजद की अबंती दास हैं, इस सीट पर भाजपा विधायक बिष्णु चरण सेठी के निधन के कारण उपचुनाव हुआ। भाजपा ने सेठी के बेटे सूर्यबंशी सुराज को मैदान में उतारा है।

साख का चुनाव

भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई के इस्तीफा देकर कांग्रेस से भाजपा में शामिल होने के कारण आदमपुर सीट पर उपचुनाव हुआ। आदमपुर सीट पर वर्ष 1968 से भजन लाल परिवार का कब्जा है। अदामपुर सीट से दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल नौ बार और उनकी पत्नी जस्मा देवी एक बार तथा उनके बेटे कुलदीप चार बार विधायक रहे।

मोकामा सीट पर इसके पहले राजग का कब्जा था, जबकि गोपालगंज सीट राजद के पास थी। मोकामा सीट से भाजपा पहली बार चुनाव मैदान में है, क्योंकि इसके पहले इसने यह सीट अपने सहयोगियों को दे दी थी। भाजपा और राजद, दोनों ने ही स्थानीय बाहुबली नेताओं की पत्नी को मैदान में उतारा है। मोकामा सीट से भाजपा ने अपना उम्मीदवार सोनम देवी को बनाया है।

बिहार की गोपालगंज सीट से भाजपा ने कुसुम देवी को मैदान में उतारा है जो दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी हैं, यहां से राजद के उम्मीदवार मोहन गुप्ता और बसपा उम्मीदवार इंदिरा यादव हैं। इंदिरा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी हैं। अंधेरी (पूर्व) से शिवसेना की रुतुजा लटके के उपचुनाव जीतने के आसार हैं, क्योंकि भाजपा ने खुद को मुकाबले से बाहर कर लिया है।

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