सहरसा सदर अस्पताल में आज से हड्डी और जोड़ से संबंधित सर्जरी की सुविधा विधिवत रूप से शुरू हो गई है। इस बहुप्रतीक्षित सुविधा का उद्घाटन सिविल सर्जन डॉ. रतन झा ने अत्याधुनिक मशीनों से सुसज्जित ऑर्थोपेडिक ऑपरेशन थियेटर (ओटी) का फीता काटकर किया। इस नई व्यवस्था से जिले के गरीब और जरूरतमंद मरीजों को अब इलाज के लिए पटना या अन्य बड़े शहरों का रुख नहीं करना पड़ेगा, जिससे उनका समय और आर्थिक बोझ दोनों कम होगा।
लंबे समय से सहरसा सदर अस्पताल में ऑर्थोपेडिक सर्जरी की सुविधा शुरू करने की मांग की जा रही थी। दुर्घटना, फ्रैक्चर, जोड़ प्रत्यारोपण और अन्य हड्डी से जुड़ी गंभीर समस्याओं वाले मरीजों को मजबूरी में बाहर रेफर किया जाता था। अब इस सुविधा के शुरू होने से ऐसे मरीजों को स्थानीय स्तर पर ही बेहतर इलाज उपलब्ध हो सकेगा।
उद्घाटन के दौरान सिविल सर्जन डॉ. रतन झा ने बताया कि फिलहाल सदर अस्पताल में दो ऑपरेशन थियेटर एक साथ संचालित किए जा रहे हैं। इससे सर्जरी के लिए मरीजों को लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा और इमरजेंसी मामलों में तुरंत ऑपरेशन संभव हो सकेगा। उन्होंने कहा कि इसका सीधा लाभ यह होगा कि गंभीर मरीजों को रेफर करने की संख्या में भी उल्लेखनीय कमी आएगी।
डॉ. रतन झा ने जानकारी दी कि सदर अस्पताल में कुल चार ऑपरेशन थियेटर उपलब्ध हैं। इनमें ऑर्थोपेडिक ओटी, जनरल ओटी, गायनी ओटी और आई यानी नेत्र ऑपरेशन थियेटर शामिल हैं। सभी ओटी के माध्यम से विभिन्न विभागों के मरीजों को सर्जरी की सुविधा देने की योजना है। हालांकि वर्तमान में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ और अन्य संसाधनों की उपलब्धता को देखते हुए दो ऑपरेशन थियेटर ही संचालित किए जा रहे हैं। आने वाले समय में स्टाफ की संख्या बढ़ने पर अन्य ओटी भी पूरी क्षमता के साथ शुरू किए जाएंगे।
ऑर्थोपेडिक ओटी के शुरू होने पर स्थानीय लोगों और मरीजों के परिजनों ने खुशी जताई है। उनका कहना है कि यह सहरसा जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था के लिए एक बड़ा और ऐतिहासिक कदम है, जिससे आम लोगों को बेहतर और सुलभ चिकित्सा सुविधा मिल सकेगी।
