जनता को संबोधित करने के बाद नेताओं की इच्छा तालियों की गड़गड़ाहट सुनने की होती है। लेकिन अगर सामने मौजूद जनता ताली बजाने से ही इंकार कर दे तो क्या हो? कुछ ऐसा ही हुआ मध्य प्रदेश के बैतूल में। यहां पर अपनी मांग को धरने पर बैठे किसानों को समझाने पहुंचे सांसद डीडी उइके के कहने के बावजूद किसानों ने ताली बजाने से इंकार कर दिया।

बिजली समस्या से परेशान हैं किसान
असल में बैतूल के दामजीपुर में किसान बिजली समस्या से काफी परेशान हैं। इसको लेकर उन्होंने बाजार बंद कर लिया और आंदोलन पर बैठ गए। जब सांसद डीडी उइके को इस बारे में जानकारी हुई तो वह लोगों को समझाने के लिए वहां पहुंच गए। लेकिन वहां मौजूद किसानों ने उनकी बात नहीं सुनी। सिर्फ इतना ही किसानों ने तत्काल समस्या सुलझाने की बात भी कही।

तुरंत समाधान पर अड़े रहे
आखिर सांसद ने अधिकारियों को बुलाया और आठ दिन में 12 घंटे बिजली मिलने की बात कही। इसके बाद उन्होंने वहां मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए कहाकि अब आपकी समस्या का समाधान हो गया है। अब जोरदार तालियां बजाकर…। अभी सांसद अपनी बात पूरी भी नहीं कर पाए थे कि वहां बैठे किसानों ने एकसुर में कहना शुरू कर दिया, नहीं-नहीं, हम ताली नहीं बजाएंगे। इसके बाद सांसद हक्के-बक्के रह गए। सिर्फ इतना ही नहीं, किसानों ने धरने से हटने से भी इंकार कर दिया। वहां मौजूद अधिकारियों ने भी किसानों को समझाने की कोशिश की, लेकिन फिर भी किसान नहीं माने।

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