बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने बेबाकी से अपनी बात रखने वाले छात्र सोनू कुमार की पूरे देश में चर्चा हो रही है। रातों रात वायरल हुए सोनू कुमार की मदद के लिए कई लोग आगे रहे हैं। सभी लोग उसकी हर मुमकिन मदद करने की बात कर रहे हैं। आपने अनिल कपूर की नायक मूवी ज़रूर देखी होगी, उस फिल्म के एक दृश्य में रानी मुखर्जी ने गांव में बिजली की बदहाली की शिकायत मुख्यमंत्री से की थी। ठीक उस फ़िल्म की पटकथा को सोनू कुमार ने चरितार्थ कर दिखाया है। सोनू कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने शराब बंदी और शिक्षा व्यवस्था की पोल खोल कर रख दी।

सुशील मोदी ने ली पढ़ाई की ज़िम्मेदारी

11 वर्षीय सोनू कुमार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह प्रखंड हरनौत के नीमा कोल गांव का रहने वाला है। बीते 14 तारीख़ को जनसंवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री से मुलाक़ात कर उसने अपनी बात रखी और खुद की शिक्षा के लिए सरकार से मदद भी मांगी थी। इस दौरान उसने क्षेत्र की शिक्षा व्यवस्था और शराब बंदी की पोल खोल दी थी। सोनू की इस बेबाक अंदाज की पूरे देश में तारीफ़ हो रही है। मीडिया के ज़रिए सोनू सिर्फ़ एक ही मांग कर रहा कि उसे बेहतर शिक्षा मिले। मुख्यमंत्री के आदेश के बाद सोनू के गांव और घर में शिक्षा के मदद के लिए नेताओं के फ़ोन कॉल आने शुरू हो गए हैं। इसी कड़ी में आज (मंगलवार) बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी भी सोनू से मिलने उनके गांव पहुंचे। सोनू का हाल चाल जानने के बाद उन्होंने मैट्रिक तक शिक्षा की दिलाने की ज़िम्मेदारी ली और हर महीने 3 हज़ार रुपये देने का भी भरोसा दिया।

नवोदय विद्यालय में पढ़ेगा सोनू कुमार

सोनू कुमार बेहद ग़रीब परिवार से ताल्लुक रखता है, उसके पिता गांव में छोटी सी गुमटी में दही बेचते हैं। इसके साथ ही छोटे से जमीन पर खेती करते हैं, उसकी मांमां गृहणी हैं। दो भाइयों में सोनू सबसे बड़ा है। सोनू बड़ा हो कर आईएएस अधिकारी बनना चाहता है ताकि वह अपने राज्य और देश की सेवा कर सके। उसका कहना है कि ऐसा तब मुमकिन होगा जब उसे बेहतर शिक्षा मिलेगी। वहीं आज बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोनू कुमार को कहा वह नवोदय विद्यालय में उसका दाखिला करवा देंगे। वहीं उन्होंने उसके हिम्मत का तारीफ़ करते हुए जज़्बे को सलाम भी किया। शिक्षा व्यवस्था की पोल खोलने वाले सोनू से सुशील कुमार मोदी ने कहा कि 15 साल पहले की तुलना में आज की शिक्षा व्यवस्था पहले ज़्यादा दुरुस्त है।

अपनी फरियाद लेकर सीएम से मिला छात्र

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने पत्नी स्वर्गीय मंजू सिन्हा के 16वीं पुण्यतिथि के मौके पर कल्याण विगहा गांव पहुंचे थे। इस दौरान उत्क्रमित मध्य विद्यालय कल्याण विगहा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जनसंवाद में लोगो की समस्याओं को सुन रहे थे। जनंवाद के दौरान 6 क्लास में पढ़ने वाला 11 वर्षीय सोनू अपना फ़रियाद लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंच गया। इसके बाद उसने बहुत ही बेबाकी से अपनी बातों को मुख्यमंत्री के सामने रखा। अब सोनू की बेबाकी लोग जमकर तारीफ़ कर रहे हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से सोनू ने बताया कि उसके पिता दही की दुकान से जो भी कमाते हैं, उसका इस्तेमाल शराब पीने में करते हैं। उसने कहा कि गरीब परिवार होने की वजह से नीमा कौल के मध्य विद्यालय में पढ़ाई करता हूं लेकिन विद्यालय के शिक्षक गुणवत्ता वाली शिक्षा नहीं देते हैं। सोनू कुमार के इस दावे से लोगों के होश उड़ गए। बच्चे की बात से जनसंवाद में हलचल मच गई।

बिहार के बदहाली की खोल दी पोल

जनसंवाद में सोनू कुमार को देख कर वहां मौजूद सभी लोग हैरत में पड़ गए कि छोटा सा बच्चा किस मुद्दे पर बात मुख्यमंत्री से बात करेगा, लेकिन जब सोनू ने अपनी बात मुख्यमंत्री के पास रखी तो वहां मौजूद सभी लोग दंग रह गए। सोनू कुमार ने जन संवाद में सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात कर कड़वे सच को कहने का काम किया। सोनू कुमार ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामने ही बिहार के बदहाली की पोल खोल कर दी। मुख्यमंत्री को उसने शिक्षा की बदहाली और शराबबंदी के मामले से अवगत करवाया। सोनू का कहना है कि अगर सरकार हमे मदद करे तो मैं भी पढ़ लिखकर आईएएस आईपीएस बनना चाहता हूं। सरकारी स्कूल में शिक्षा की स्थिति बद से बदतर है। ग़ौरतलब है कि सोनू कुमार खुद छठी कक्षा में पढ़कर 5 वी कक्षा तक के 40 बच्चो को पढ़ा कर अपनी पढ़ाई का खर्च निकालता है।

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