बिजेंद्र यादव की तबीयत अचानक खराब होने के बाद उन्हें IGIMS में भर्ती कराया गया है. उन्हें खांसी और सांस लेने में तकलीफ है. हालांकि आईजीआईएमएस के निदेशक के अनुसार उनकी स्थिति पहले से बेहतर है.
पटनाः जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार के ऊर्जा मंत्री बिजेंद्र यादव की तबीयत अचानक बिगड़ गई है. उन्हें बुधवार को इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया है. बिजेंद्र यादव पिछले तीन-चार दिनों से बीमार चल रहे थे. ऐसे 16 अगस्त को उन्होंने मंत्री पद की शपथ ली थी. उन्हें खांसी और सांस लेने में तकलीफ है, जिसके इलाज के लिए वो आईजीआईएमएस पहुंचे थे लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें भर्ती कर लिया. अभी उन्हें आईसीयू में रखा गया है.
तेजस्वी यादव ने अस्पताल जाकर की मुलाकातः महागठबंधन की सरकार में मंगलवार को ही बिजेंद्र यादव ने ऊर्जा योजना एवं विकास विभाग का जिम्मा संभाला है. नीतीश कुमार की कैबिनेट में बिजेंद्र सबसे बुजुर्ग मंत्री हैं. उनकी उम्र 77 साल है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी बिजेंद्र यादव के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली है. वहीं तेजस्वी यादव ने अस्पताल जाकर बिजेंद्र यादव के स्वास्थ्य के बारे में डॉक्टरों से रिपोर्ट ली है. जुलाई में बिजेंद्र यादव को कोरोना भी हुआ था. हालांकि स्वस्थ होने के बाद पार्टी कार्यालय भी आ रहे थे और विभाग का कामकाज भी देख रहे थे लेकिन पिछले तीन-चार दिनों से उन्हें खासी और छाती में दर्द की शिकायत थी. उसके बाद ही चेकअप के लिए अस्पताल गए, जहां डॉक्टरों ने बेहतर इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कर लिया है.
अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने भी की मुलाकातः आईजीआईएमएस के निदेशक के अनुसार स्थिति पहले से बेहतर है. ऐसे डॉक्टरों की टीम नजर बनाए हुए हैं. बिजेंद्र यादव के पास ऊर्जा विभाग और योजना एवं विकास विभाग है. एनडीए सरकार में भी यही दोनों विभाग था और महागठबंधन सरकार में भी दोनों विभाग उन्हें दिया गया है. बिजेंद्र यादव लालू के शासन में भी मंत्री थे और नीतीश कुमार के शासन में भी लगातार मंत्री बने हुए हैं. ऊर्जा मंत्री के अस्वस्थ होने की जानकारी मिलते ही अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत भी आइजीआइएमएस पहुंचे और उनका हालचाल लिया. बड़ी संख्या में बिजेंद्र यादव के समर्थक में भी उनसे निलने अस्पताल पहुंचे.
लगातार दूसरी बार ऊर्जा मंत्री बने हैं बिजेंद्रः आपको बता दें कि मंगलवार को ही नीतीश कुमार की कैबिनेट का विस्तार को हुआ था. जिसमें बिजेंद्र यादव ने लगातार दूसरी बार मंत्री पद की शपथ ली थी. बिजेंद्र प्रसाद यादव को ऊर्जा योजना एवं विकास विभाग का जिम्मा सौंपा गया. बिजेंद्र लगातार दूसरी बार बिहार के ऊर्जा मंत्री बने हैं. इसके पहले राजग सरकार में भी बिजेंद्र इसी विभाग को संभाल रहे थे. नौ अगस्त को जदयू एनडीए से अलग हो गया था. उसके बाद नीतीश ने राज्यपाल को अपना इस्तीफा सौंप और राजद से हाथ मिलाते हुए नीतीश ने महागठबंधन की सरकार बना ली. सबसे पहले नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और तेजस्वी प्रसाद यादव ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी. उसके बाद सरकार ने अपनी कैबिनेट का विस्तार किया और अब नीतीश सरकार में कुल 33 मंत्री हैं.