बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। पहले चरण में 121 विधानसभा क्षेत्रों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि समाप्त हो गई है। चुनावी सरगर्मी चरम पर है, और इसी बीच एक बड़ी खबर सारण जिले के मढ़ौरा विधानसभा क्षेत्र से सामने आई है, जहां एनडीए के घटक दल लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की प्रत्याशी और भोजपुरी फिल्म जगत की मशहूर एक्ट्रेस **सीमा सिंह** का नामांकन जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने रद्द कर दिया है।
सूत्रों के अनुसार, मढ़ौरा सीट से कुल 13 उम्मीदवारों ने अपना नामांकन दाखिल किया था। लेकिन जांच के दौरान सीमा सिंह के नामांकन पत्र में तकनीकी त्रुटि पाई गई, जिसके कारण निर्वाचन पदाधिकारी ने उनका नामांकन अमान्य घोषित कर दिया। यह तकनीकी खामी कथित रूप से दस्तावेज़ों की अपूर्णता या गलत जानकारी से जुड़ी बताई जा रही है।
नामांकन रद्द होने की खबर सामने आने के बाद एनडीए खेमे में हलचल मच गई है। लोजपा (रामविलास) कार्यकर्ताओं में मायूसी का माहौल है। वहीं विपक्षी दल इस घटना को लेकर एनडीए पर निशाना साधने से नहीं चूके। राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि सीमा सिंह जैसी लोकप्रिय चेहरा चुनावी प्रचार में एनडीए के लिए मजबूत समर्थन बन सकती थीं, लेकिन अब उनका मैदान से बाहर होना गठबंधन के लिए बड़ा नुकसान साबित हो सकता है।
गौरतलब है कि सीमा सिंह न केवल भोजपुरी सिनेमा की जानी-मानी अभिनेत्री हैं, बल्कि हाल के वर्षों में उन्होंने राजनीति में भी सक्रिय भागीदारी शुरू की थी। मढ़ौरा से उनका चुनाव लड़ना एनडीए की ओर से एक रणनीतिक कदम माना जा रहा था, ताकि युवा और महिला मतदाताओं को आकर्षित किया जा सके।
इधर, पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन प्रक्रिया के तहत **राज्यभर में 1,250 से अधिक उम्मीदवारों ने अपने नामांकन दाखिल किए हैं।** नामांकन पत्रों की जांच के बाद वैध उम्मीदवारों की अंतिम सूची शीघ्र जारी की जाएगी।
बिहार विधानसभा की 243 सीटों पर इस बार त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल रहा है। **राजग (एनडीए)** गठबंधन में भाजपा और जद(यू) 101-101 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं, जबकि शेष सीटें छोटे सहयोगी दलों — **लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा** और **उपेंद्र कुशवाहा की राष्ट्रीय लोक मोर्चा** — को दी गई हैं।
राजनीतिक जानकारों का मानना है कि नामांकन रद्द होने जैसी घटनाएँ न केवल उम्मीदवार बल्कि पूरे गठबंधन की चुनावी रणनीति को प्रभावित कर सकती हैं। अब देखना यह होगा कि एनडीए मढ़ौरा सीट पर सीमा सिंह के स्थान पर किसे प्रत्याशी बनाता है और यह निर्णय कितनी जल्दी लिया जाता है।
