बिहपुर पुलिस ने शनिवार की देर शाम बड़ी कार्रवाई करते हुए करीब 200 ग्राम ब्राउन शुगर (स्मैक) के साथ एक सरकारी डॉक्टर समेत चार तस्करों को गिरफ्तार किया। इस मामले को लेकर रविवार को बिहपुर थाना में एनडीपीएस एक्ट के तहत छह नामजद एवं अज्ञात आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस अब इस नेटवर्क से जुड़े अन्य तस्करों की तलाश में जुट गई है। बरामदगी के दौरान पुलिस ने 198.54 ग्राम ब्राउन शुगर, एक स्कॉर्पियो वाहन तथा चार मोबाइल फोन जब्त किए हैं।
रविवार को एसडीपीओ ओम प्रकाश ने पूरे मामले की जानकारी प्रेस कॉन्फ्रेंस में दी। उन्होंने बताया कि शनिवार को नवगछिया एसपी को गुप्त सूचना मिली थी कि अररिया से एक स्कॉर्पियो के माध्यम से भारी मात्रा में ब्राउन शुगर की खेप बिहपुर लाई जा रही है। जानकारी मिलते ही एसपी के निर्देश पर एक विशेष टीम का गठन किया गया। टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए बिहपुर थाना क्षेत्र के रेलवे पूर्वी ढाला के पास वाहन जांच अभियान शुरू किया। जांच के दौरान संदेह के आधार पर स्कॉर्पियो (नं– JH 21 K 2265) को रोका गया।
वाहन में सवार चारों संदिग्धों की तलाशी ली गई, जिसमें शिवम कुमार उर्फ मोनू के पास से कुल 198.54 ग्राम ब्राउन शुगर बरामद की गई। बरामदगी के बाद चारों आरोपियों को मौके से गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार तस्करों की पहचान शिवम कुमार उर्फ मोनू, स्व. अमित चौधरी के पुत्र पियूष कुमार, भवानीपुर थाना क्षेत्र के बिरबन्ना निवासी राजेश कुमार तथा पूर्णिया के भट्टा बाजार वार्ड-22 निवासी डॉ. आलोक कुमार के रूप में हुई है। इनमें डॉ. आलोक एक सरकारी चिकित्सक हैं और वर्तमान में बिहपुर रेलवे अस्पताल में कार्यरत थे।
पुलिस पूछताछ में सभी आरोपियों ने अपने अपराध को स्वीकार कर लिया। उन्होंने बताया कि वे लोग अररिया से ब्राउन शुगर लाते थे और नवगछिया, बिहपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में उसकी तस्करी करते थे। पुलिस के अनुसार मुख्य आरोपी शिवम कुमार उर्फ मोनू का पूर्व में भी आपराधिक इतिहास रहा है। झंडापुर थाना में उसके खिलाफ आरोप पत्र दाखिल है और एक अन्य मामले में भी वह आरोपी है। वहीं पियूष कुमार पर भी झंडापुर थाना में मामला दर्ज है।
पुलिस अब इन तस्करों से जुड़े अन्य नेटवर्क की पहचान करने और पूरे गिरोह का पर्दाफाश करने में जुटी हुई है। इस कार्रवाई को इलाके में नशा विरोधी अभियान की बड़ी सफलता माना जा रहा है।
