सहरसा जिले से एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां पुलिस की मुस्तैदी और खुफिया सूचना के आधार पर एक बड़ी आपराधिक साजिश को विफल कर दिया गया। जिले के बनगांव थाना क्षेत्र में पुलिस और जिला आसूचना इकाई की संयुक्त कार्रवाई में एक युवक को भारी हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसके पास से एक खतरनाक कार्बाइन और 9 एमएम का कारतूस बरामद किया गया है। पुलिस का कहना है कि युवक किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था, लेकिन समय रहते उसे पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार युवक की पहचान सहरसा नगर निगम के वार्ड संख्या 10, बेलहा टोला निवासी कुंदन कुमार के रूप में की गई है। इस मामले की जानकारी सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने प्रेस वार्ता के माध्यम से दी। उन्होंने बताया कि रविवार को बनगांव थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली थी कि एक संदिग्ध युवक हथियार के साथ क्षेत्र में घूम रहा है और वह किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहा है।
पुलिस को यह सूचना मिली कि युवक बजाज प्लेटिना मोटरसाइकिल से नरियार नहर की ओर से रहुआमणि नहर की तरफ जा रहा है। सूचना मिलते ही बनगांव थानाध्यक्ष पिंकी कुमारी के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने तुरंत ही रहुआमणि नहर के पास वाहन जांच अभियान शुरू कर दिया।
जांच के दौरान एक युवक मोटरसाइकिल पर तेज रफ्तार में आता हुआ दिखाई दिया। पुलिस को देखते ही उसने अपनी गति और बढ़ा दी और भागने की कोशिश करने लगा। पुलिस ने पहले से ही घेराबंदी कर रखी थी, जिसके चलते उसे भागने का मौका नहीं मिला और उसे मौके पर ही दबोच लिया गया।
तलाशी लेने पर पुलिस को युवक के मोटरसाइकिल के हैंडल पर टंगे नाइलन के झोले से एक आधुनिक कार्बाइन और 9 एमएम का कारतूस बरामद हुआ। इसके साथ ही उसका मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है, जिसे अब फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा जाएगा ताकि उसके संपर्कों और मंशा का पता लगाया जा सके।
पुलिस ने युवक के खिलाफ बनगांव थाने में मामला दर्ज कर लिया है और आगे की कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी गई है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि आखिर यह युवक किसके इशारे पर काम कर रहा था और उसका लक्ष्य क्या था। क्या वह किसी खास व्यक्ति को निशाना बनाने जा रहा था, या फिर इलाके में दहशत फैलाने की योजना थी? इन सभी सवालों के जवाब खोजने में पुलिस की टीम जुट गई है।
सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने बताया कि यह गिरफ्तारी बेहद अहम है क्योंकि समय रहते युवक को पकड़ लिया गया, अन्यथा कोई बड़ी घटना घट सकती थी। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की कार्रवाई अपराध पर लगाम लगाने के लिए बेहद जरूरी है और पुलिस हर उस व्यक्ति पर नजर बनाए हुए है जो किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल हो सकता है।
इस पूरी कार्रवाई में बनगांव थानाध्यक्ष पिंकी कुमारी के साथ सब इंस्पेक्टर चंद्रजीत प्रभाकर, अजय कुमार सिंह, एएसआई प्रकाश कुमार और जिला आसूचना इकाई के अन्य अधिकारी शामिल थे। इन सभी की सतर्कता और मुस्तैदी से ही एक बड़ी साजिश नाकाम हो सकी है।
पुलिस अब युवक के आपराधिक इतिहास और नेटवर्क की भी जांच कर रही है। उसके मोबाइल और अन्य डिजिटल माध्यमों की जांच से यह जानकारी निकलने की संभावना है कि वह किन लोगों के संपर्क में था और क्या इसके पीछे कोई गिरोह या संगठित अपराध समूह शामिल है।
जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों ने आम जनता से भी अपील की है कि यदि उन्हें किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि दिखाई दे तो वे तत्काल पुलिस को सूचना दें। उनकी एक छोटी सी सतर्कता किसी बड़ी घटना को रोक सकती है।
फिलहाल पुलिस इस मामले में पूछताछ कर रही है और उम्मीद है कि जल्द ही और खुलासे होंगे। युवक से प्राप्त हथियार और कारतूस ने साफ कर दिया है कि वह कोई आम अपराधी नहीं बल्कि किसी संगठित योजना का हिस्सा था। ऐसे में पुलिस की यह सफलता जिले की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक बड़ी राहत मानी जा रही है।
इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि खुफिया तंत्र और पुलिस बल की तत्परता से बड़ी से बड़ी साजिशों को समय रहते नाकाम किया जा सकता है। अब देखना यह होगा कि आगे की जांच में और क्या-क्या राज खुलते हैं।