चर्चिच सृजन घोटाला में सीबीआई ने बांका को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व असिस्टेंट मैनेज अशोक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है। सीबीआई की चार्जशीट में अशोक गुप्ता आरोपी हैं।
बिहार के चर्चित सृजन घोटाला में केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई ने बड़ी कार्रवाई की है। को-ऑपरेटिव बैंक बांका के पूर्व असिस्टेंट ब्रांच मैनेजर अशोक कुमार गुप्ता को सीबीआई ने गुरुवार सुबह उनके आवास से गिरफ्तार किया। पांच अधिकारियों की सीबीआई टीम सुबह करीब 6.30 बजे गुप्ता के गुड़हट्टा स्थित आवास पर पहुंची और गिरफ्तारी वारंट दिखाते हुए अरेस्ट कर लिया। गिरफ्तारी के समय 66 वर्षीय अशोक गुप्ता ने खुद को बीमार बताया। इसके बाद करीब 11.30 बजे सीबीआई उन्हें लेकर सदर अस्पताल आई और उनका मेडिकल चेकअप कराया।
अशोक गुप्ता के खिलाफ बांका में 2017 में एफआईआर दर्ज हुई थी। जो 2018 में सीबीआई के पास चली गई। इस मामले में सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक अशोक कुमार गुप्ता के अलावा बांका की तत्कालीन भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर समेत 12 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
सृजन घोटाला में ये हैं आरोपी
इस सृजन घोटाला में सीबीआई ने बांका की तत्कालीन जिला भू-अर्जन पदाधिकारी जयश्री ठाकुर, जिला भू-अर्जन पदाधिकारी कार्यालय के सहायक मो. अनीस अंसारी, बैंक ऑफ बडौदा, भागलपुर शाखा के तत्कालीन प्रबंधक नवीन कुमार साहा, सहायक शाखा प्रबंधक संत कुमार सिन्हा, शाखा प्रबंधक सुजीत कुमार श्रीवास्तव, इंडियन बैंक के सहायक शाखा प्रबंधक दिवाकर तिग्गा, सहायक प्रबंधक हरकिशन अड़क, शाखा प्रबंधक विजय कुमार शर्मा, सहायक बालमुकुंद यादव, सृजन महिला विकास सहयोग समिति लिमिटेड की प्रबंधक सरिता झा तथा सेंट्रल को-ऑपरेटिव बैंक के अनुमंडलीय अंकेक्षक (ऑडिटर) सतीश कुमार झा के खिलाफ भारतीय दंड विधान तथा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम की अलग-अलग धाराओं में दायर किया था।
2019 में सभी आरोपियों पर सीबीआई ने आरोपपत्र दाखिल किया था। पिछले एक सप्ताह से सीबीआई की टीम भागलपुर में कैंप कर रही है। अन्य बैंक अफसरों के खिलाफ भी कार्रवाई की तलवार लटक रही है। सृजन घोटाले के तहत जिले के करीब आधा दर्जन प्रखंडों की राशि की अवैध निकासी हुई थी। इस मामले में भी सीबीआई ने कार्रवाई शुरू कर दी है।