खबर बिहार के सिल्क सिटी भागलपुर से है, जहाँ पूरे बिहार के साथ-साथ भागलपुर और आसपास के जिले इन दिनों भीषण शीतलहर की चपेट में हैं। बीते चार दिनों से लगातार कड़ाके की ठंड और कोल्ड वेव का असर बना हुआ है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त हो गया है। सुबह और देर रात ठंड का प्रकोप सबसे अधिक देखने को मिल रहा है, वहीं सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ नजर आ रहा है। ठंड के कारण लोग आवश्यक काम होने पर ही घरों से बाहर निकल रहे हैं।

 

बढ़ती ठंड और गिरते तापमान को देखते हुए जिला प्रशासन ने एहतियाती कदम उठाए हैं। प्रशासन द्वारा जारी आदेश के अनुसार सभी सरकारी और गैर-सरकारी शिक्षण संस्थानों के संचालन समय में बदलाव किया गया है। अब जिले के सभी स्कूल, कॉलेज और अन्य शैक्षणिक संस्थान सुबह 9:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक ही संचालित किए जाएंगे। इसका उद्देश्य बच्चों और शिक्षकों को सुबह की अत्यधिक ठंड से राहत देना है।

 

इस संबंध में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि फिलहाल मौसम की स्थिति को ध्यान में रखते हुए शिक्षण संस्थानों के समय में बदलाव किया गया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि आने वाले दिनों में तापमान में और गिरावट आती है और ठंड का प्रकोप बढ़ता है, तो जिले में विद्यालयों को अस्थायी रूप से बंद करने जैसे कठोर निर्णय भी लिए जा सकते हैं। प्रशासन लगातार मौसम पर नजर बनाए हुए है।

 

वहीं शीतलहर के कारण बढ़ने वाली बीमारियों को लेकर जिला स्वास्थ्य विभाग को भी अलर्ट मोड पर रखा गया है। जिले के सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं। सर्दी, खांसी, बुखार और सांस संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका को देखते हुए स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत किया गया है। डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों को भी विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।

 

प्रशासन की ओर से आम लोगों से अपील की जा रही है कि वे ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनें, अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचें और बुजुर्गों व बच्चों का विशेष ध्यान रखें। जिला प्रशासन ने कहा है कि लोगों की सुरक्षा प्रशासन की प्राथमिकता है और स्थिति के अनुसार आगे भी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

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