जेडीयू के सांसद अजय मंडल ठगों के फेरे में ऐसे फंसे हैं कि उन्हें पकड़ने के लिए खुद छापेमारी कर रहे है. लेकिन ठग इतने शातिर हैं कि उनके हाथ ही नहीं लग रहे हैं. ठगों के खिलाफ पुलिस में भी शिकायत की गयी है लेकिन पुलिस भी उन्हें पकड़ नहीं पा रही है. दरअसल ठगों ने सांसद को सांसत में डाल दिया है लिहाजा अजय मंडल बेचैन हैं. लेकिन वे कुछ कर नहीं पा रहे हैं.  

सांसद के नाम पर हो रही ठगी

दरअसल शातिरों ने भागलपुर सांसद अजय मंडल के नाम पर ठगी करना शुरू कर दिया है. ठग खुद को सांसद का करीबी बताकर नौकरी देने के नाम पर पैसे ऐंठ रहे हैं. पश्चिम चंपारण जिले के नरकटियागंज के कचहरी रोड के रहने वाले करण आर्य ऐसी ही ठगी का शिकार हो गया. दो लोगों ने खुद को भागलपुर सांसद अजय मंडल का करीबी बताकर नौकरी देने के नाम पर 35 हजार रुपये की ठगी कर ली है.

पश्चिम चंपारण जिले के शिकारपुर थाने में ठगी के शिकार बने युवक ने एफआइआर दर्ज करायी है. एफआईआर में युवक ने बताया सकलदीप चौरसिया और अनुष्का अनु नाम की महिला ने खुद को सांसद का करीबी बताकर 35 हजार रूपये ठग लिये हैं. ठगी के शिकार बने युवक के मुताबिक अनुष्का अनु नामक महिला ने फेसबुक पर डाटा इंट्री ऑपरेटर पद के लिए विज्ञापन पोस्ट किया था. नरकटियागंज के करण ने उस विज्ञापन में दिये गये इमेल आइडी पर अपना रिज्यूम भेजा था. 

शातिरों की हरकत देखिये

करण ने बताया कि पिछले 18 दिसंबर को उसके मोबाइल पर एक कॉल आया. जिस नंबर से कॉल आया वह ट्रू कॉलर में भागलपुर सांसद अजय कुमार मंडल का नाम दिखा रहा था. फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम सकलदीप चौरसिया बताया और कहा कि वह सांसद अजय मंडल के साथ रहता है. सकलदीप चौरसिया ने कहा कि जिस नौकरी के लिए फेसबुक पर विज्ञापन पोस्ट किया गया था वह मद्य निषेध और उत्पाद विभाग के लिए है. इस विभाग में संविदा पर नौकरी मिलेगी. आवेदन करने वाले करण को इंटरव्यू और टाइपिंग टेस्ट के लिए रांची बुलाया गया. 

करण ने पुलिस को बताया कि उससे 35 हजार रूपये की भी मांग की गयी. जब पैसे की मांग की जाने लगी तो उसे लगा कि कुछ गड़बड है ऐसे में उसने पैसे देने से मना कर दिया. लेकिन उसके बाद उसे लगातार धमकी दी जाने लगी. वाट्सएप कॉल पर उसे लगातार फोन आ रहा था. फोन करने वाला कह रहा था कि उसके लिए सीट रिजर्व कर लिया गया है. अब पैसे नहीं दे रहा है इसका अंजाम बुरा होगा. करण ने बताया कि उसे जान मारने तक की धमकी दी गयी. इसके बाद करण ने पे फोन के जरिये दो खातों में 35 हजार रुपये भेजा.

सांसद हैं बेचैन

एफआईआर में अपना नाम आने से सांसद अजय मंडल परेशान हैं. सांसद ने कहा कि वे ऐसे किसी ठग को नहीं जानते. उन्हें भी दूसरे लोगों से उस ठग की शिकायत मिली है. उसके बाद उन्होंने ठग की पहचान कर ली है. वह कुरसेला का रहने वाला है. सांसद ने कहा कि वे खुद उसे पकड़ने के लिए उसके घर पर जा रहे हैं. सांसद दो दफे उसके घर पर छापेमारी कर चुके हैं लेकिन वह रात के अंधेरे का फायदा उठाकर बचकर भाग गया.

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