भागलपुर नवगछिया पुलिस जिला के परबत्ता थाना क्षेत्र से दबंगई और पुलिस की कथित लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। खेत से लौट रहे एक किसान दंपत्ति पर गांव के दबंगों ने जानलेवा हमला कर दिया। इस हमले में पत्नी के दोनों पैर टूट गए, जबकि पति के दोनों हाथों की हड्डियां बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गईं। बीच-बचाव करने पहुंचे उनके बेटे को भी हमलावरों ने नहीं बख्शा और उसे भी पीटकर घायल कर दिया।
पीड़ित परिवार के अनुसार यह घटना 8 दिसंबर की है। किसान सुनील झा अपनी पत्नी शांति देवी के साथ खेत से लौट रहे थे, तभी 4 से 5 लोगों ने उन्हें घेर लिया। आरोप है कि हमलावरों ने लाठी और लोहे की रॉड से दंपत्ति पर ताबड़तोड़ हमला किया। अचानक हुए हमले से दंपत्ति गंभीर रूप से घायल होकर जमीन पर गिर पड़े। शोर सुनकर जब उनका बेटा मौके पर पहुंचा तो दबंगों ने उसके साथ भी मारपीट की।
घटना के बाद पीड़ित पक्ष परबत्ता थाना पहुंचा, लेकिन आरोप है कि थानाध्यक्ष और एक दरोगा ने आरोपियों का साथ देते हुए एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया। पीड़ितों का कहना है कि पुलिस ने उल्टे मामले को दबाने की कोशिश की, जिसके कारण अब तक आरोपियों पर कोई कार्रवाई नहीं हो सकी है।
घायल दंपत्ति फिलहाल भागलपुर के जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाजरत है। इसी बीच, किसी तरह हिम्मत जुटाकर आज घायल पति-पत्नी जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी के कार्यालय पहुंचे और पूरे मामले की लिखित शिकायत दर्ज कराई। डीएम ने मामले को गंभीर बताते हुए नवगछिया के एसडीपीओ से मिलने की सलाह दी और उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया।
डीएम कार्यालय के बाहर पीड़ित दंपत्ति फूट-फूटकर रोते नजर आए। उन्होंने बिहार के गृह मंत्री सम्राट चौधरी से जान बचाने की गुहार लगाई। घायल सुनील झा ने कहा कि वे न्याय की मांग करते-करते थक चुके हैं और अब उन्हें सिर्फ गृह मंत्री से ही उम्मीद है। उनका आरोप है कि दबंग लगातार जान से मारने की धमकी दे रहे हैं, जिससे वे अपनी ही जमीन पर खेती करने से डर रहे हैं।
पीड़ित सुनील झा और उनकी पत्नी शांति देवी ने रंजीत भगत, दीपक भगत, विनय भगत, आनंद भगत और सोनम को इस हमले का आरोपी बताया है। सभी आरोपी परबत्ता थाना क्षेत्र के जमुनिया गांव के निवासी बताए जा रहे हैं। अब देखना होगा कि प्रशासन और पुलिस इस गंभीर मामले में कब तक ठोस कार्रवाई करती है।
