भागलपुर में इन दिनों भूमिहीन परिवारों को जमीन दिलाने के नाम पर बिचौलियों की सक्रियता सामने आ रही है। खासकर कचहरी परिसर में गरीब और जरूरतमंद भूमिहीन महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है। आरोप है कि जमीन दिलाने के लिए फॉर्म भरने के बहाने उनसे अवैध रूप से पैसे मांगे जा रहे हैं, जिससे कई महिलाएं ठगी का शिकार हो रही हैं।
इस पूरे मामले को लेकर भाजपा झुग्गी-झोपड़ी प्रकोष्ठ के जिला अध्यक्ष शंकर गुप्ता ने कड़ा विरोध जताया है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि बिहार सरकार की ओर से भूमिहीनों को बसाने और भूमि उपलब्ध कराने की आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह निःशुल्क है। इसके बावजूद कुछ असामाजिक तत्व और सक्रिय बिचौलिये भोली-भाली महिलाओं को गुमराह कर जमीन दिलाने का झांसा दे रहे हैं और उनसे पैसे ऐंठ रहे हैं।
शंकर गुप्ता ने कहा कि यह न सिर्फ कानूनन अपराध है, बल्कि गरीबों के अधिकारों के साथ खुला मजाक भी है। उन्होंने जिला प्रशासन से मांग की कि ऐसे बिचौलियों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए, ताकि भविष्य में कोई भी जरूरतमंद परिवार ठगी का शिकार न हो।
उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कुछ वर्षों में उनके प्रयास और पहल से भागलपुर जिले में कई भूमिहीन परिवारों को सरकारी योजनाओं के तहत भूमि उपलब्ध कराई गई है। हाल ही में, महज दो दिन पहले ही 17 भूमिहीन परिवारों को जमीन दिलाई गई है, जिससे उनके सिर पर स्थायी छत का सपना साकार हो सका है।
इस अवसर पर शंकर गुप्ता ने भूमिहीनों के हित में चल रही सरकारी योजनाओं के लिए देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और भागलपुर के जिलाधिकारी के प्रति आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि सरकार की मंशा साफ है, लेकिन बिचौलियों की वजह से गरीबों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
उन्होंने अंत में अपील की कि कोई भी भूमिहीन व्यक्ति या महिला किसी के बहकावे में आकर पैसे न दे और सीधे सरकारी कार्यालयों या अधिकृत माध्यमों से ही आवेदन करें।
