बकरीदबकरीद

 

भागलपुर जिले के सुल्तानगंज प्रखंड स्थित ऐतिहासिक अजगैविनाथ धाम में इस वर्ष बकरीद का पर्व पूरे हर्षोल्लास, श्रद्धा और भाईचारे के साथ मनाया गया। धार्मिक विविधता के इस पावन स्थल पर मुस्लिम समुदाय के लोगों ने ईद-उल-अजहा यानी बकरीद की नमाज अदा कर देश में सुख, शांति और समृद्धि की दुआ मांगी।

बकरीद के अवसर पर सुबह से ही सुल्तानगंज के विभिन्न मस्जिदों, दरगाहों और ईदगाह मैदानों में मुस्लिम समुदाय के लोगों का जमावड़ा शुरू हो गया। खासकर दिलगौरी ईदगाह मैदान में हजारों की संख्या में मुस्लिम भाई नमाज अदा करने के लिए एकत्रित हुए। लोग नए परिधानों में सज-धजकर नमाज अदा करने पहुंचे और एक-दूसरे से गले मिलकर मुबारकबाद दी।

नोमान अंसारी, शैराज अली समेत कई मुस्लिम समाज के प्रमुख लोगों ने कहा कि बकरीद सिर्फ एक धार्मिक पर्व नहीं, बल्कि यह आपसी एकता, प्रेम और बलिदान का प्रतीक है। उन्होंने बताया कि हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी सुल्तानगंज में बकरीद का त्योहार शांतिपूर्ण और सौहार्दपूर्ण माहौल में मनाया जा रहा है।

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उन्होंने कहा कि बकरीद का असली संदेश त्याग, इंसानियत और जरूरतमंदों की सेवा करना है। नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कुर्बानी की रस्म अदा की और जरूरतमंदों के बीच मांस वितरित किया। यह पर्व सामाजिक समरसता और भाईचारे की मिसाल पेश करता है।

इस महत्वपूर्ण अवसर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे। सुल्तानगंज थाना अध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने बताया कि बकरीद पर्व को शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न कराने के लिए चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल की तैनाती की गई थी। मुख्य मस्जिदों, दरगाहों और ईदगाह के आसपास विशेष सुरक्षा व्यवस्था लागू की गई थी।

चौक-चौराहों पर पुलिस की गश्त बढ़ा दी गई थी और हर संवेदनशील जगहों पर महिला पुलिसकर्मियों को भी तैनात किया गया था, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। खुद थानाध्यक्ष मृत्युंजय कुमार ने इलाके का भ्रमण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और मुस्लिम समुदाय के लोगों से हाथ मिलाकर उन्हें पर्व की शुभकामनाएं दीं।

उन्होंने कहा, “सुल्तानगंज की गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल आज फिर देखने को मिली है। बकरीद का पर्व पूरे क्षेत्र में शांति और सौहार्द के साथ मनाया जा रहा है, यह हम सबके लिए गर्व की बात है। त्योहार को सफल और सुरक्षित बनाने के लिए पुलिस पूरी तरह मुस्तैद रही।”

थाना परिसर के अलावा अजगैविनाथ मंदिर क्षेत्र और आस-पास के बाजारों में भी सुरक्षाबल तैनात किए गए थे। स्थानीय प्रशासन ने ड्रोन कैमरे और सीसीटीवी के माध्यम से निगरानी की व्यवस्था की थी ताकि भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों में किसी प्रकार की समस्या उत्पन्न न हो।

सामाजिक संगठनों और युवा समिति के सदस्यों ने भी प्रशासन का सहयोग करते हुए जगह-जगह पेयजल, छांव और सहायता केंद्र की व्यवस्था की, जिससे नमाजियों को कोई असुविधा न हो। बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक, हर कोई इस पर्व में उत्साह से शामिल हुआ।

इस दौरान प्रशासन, स्थानीय जनप्रतिनिधि और समाजसेवी संस्थाओं ने सामूहिक रूप से यह संदेश देने की कोशिश की कि त्योहार का असली मकसद आपसी मोहब्बत और मेलजोल को बढ़ाना है।

इस पर्व ने एक बार फिर यह साबित कर दिया कि भागलपुर और सुल्तानगंज जैसे स्थानों की सांस्कृतिक विविधता और धार्मिक सहिष्णुता, देश के लिए एक आदर्श है।

कुल मिलाकर, बकरीद के इस पावन अवसर पर अजगैविनाथ धाम परिसर सहित पूरे सुल्तानगंज क्षेत्र में प्रेम, भाईचारे और सौहार्द का वातावरण रहा, जिससे यह पर्व एक यादगार और प्रेरणादायक बन गया।

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