नीतीश कुमार के समाज सुधार अभियान के तहत भागलपुर आगमन पर आयशा के कार्यकर्ताओं ने तिलकामांझी चौक पर कल मुख्यमंत्री का पुतला दहन कार्यक्रम रखा था इसी बाबत प्रशासन ने तीन छात्र नेताओं को गिरफ्तार कर लिया था आयशा छात्र नेताओं का कहना था विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति हो इसको लेकर हम लोगों ने मुख्यमंत्री का पुतला दहन कार्यक्रम रखा था।
आज आयशा के कार्यकर्ताओं ने स्थाई कुलपति की मांग के साथ विश्वविद्यालय को बंद कराते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार व प्रभारी कुलपति हनुमान पांडे के विरोध में जोरदार नारेबाजी करते हुए प्रदर्शन किए साथ ही कई घंटों प्रशासनिक भवन का कार्य भी बाधित रहा।
आयशा के विश्वविद्यालय संयोजक प्रवीण कुशवाहा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब तक तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय को स्थाई कुलपति नहीं मिल जाता है तब तक हमलोग इसी तरह निरंतर प्रदर्शन करते रहेंगे, टीएमबीयू को स्थाई कुलपति नहीं होने के चलते विश्वविद्यालय का कार्य चरमरा गया है, चाहे हॉस्टल का छत हो, विभाग का छत हो सब गिर रहा है। छात्र छात्राओं को एक हस्ताक्षर कराने के लिए महीनों इंतजार करना पड़ता है, कॉपी के लिए कागज नहीं है। यह तभी सुचारू रूप से चल सकता है जब विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति होंगे। वहीं दूसरी ओर आयशा के तीन छात्र नेता को गिरफ्तार करने को लेकर भी उनका गुस्सा फूटा और कहा कि हम लोगों की मांग सिर्फ और सिर्फ विश्वविद्यालय में स्थाई कुलपति के लिए है।