श्रावण मास की अंतिम सोमवारी पर उमड़ेगी आस्था – अंतिम सोमवारी में जल अर्पण
श्रावण मास की अंतिम सोमवारी आज है। अंतिम सोमवारी पर इस वर्ष पुत्रदा एकादशी का शुभ संयोग है। वेदाचार्य पंडित रमेशचंद्र त्रिपाठी बतातें हैं कि सावन की सोमवारी अपने आप में उत्तम तिथि है। अगर इस दिन एकादशी पड़ गए तो यह सर्वोत्तम हो जाती है। महादेव के साथ-साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होगी। इस दिन पुत्रदा एकादशी है। महादेव की पूजा के साथ- साथ श्रद्धालू संतान सुख की कामना के लिए भगवान विष्णु की अराधना करेंगे।
बाबा धाम जाने वालों की भीड़ : अंतिम सोमवारी में बाबाधाम में जर्लापण के लिए काफी संख्या में शिवभक्त सुलतानगंज और देवघर के लिए रवाना हुए। स्टेशन और बस स्टैंड में कांवरियों की भीड़ रही। शनिवार और रविवार को कुल सात बसें बस स्टैंड से सुलतानगंज के लिए खुली। निजी वाहनों से भी काफी संख्या में लोग बाबाधाम गए।
शहर के मंदिरों में भी विशेष अनुष्ठान : शहर के सभी शिवालयों में अंतिम सोमवारी को भीड़ उमड़ेगी। खडेश्वरी मंदिर में रुद्राभिषेक होगा। पॉलिटेक्निक रोड स्थित शिव मंदिर में शृंगार पूजा होगा। भूईफोड़ मंदिर में अंतिम सोमवारी को भीड़ की संभावना देखते हुए विशेष व्यवस्था की गई है। शक्ति मंदिर में सोमवारी और एकादशी दोनों की पूजा होगी।