रिपोर्ट: इन्द्रदेव
सहरसा जिला जहां विधानसभा शताब्दी वर्ष एवं आजादी के अमृत महोत्सव के अवसर पर सामाजिक नैतिक संकल्प अभियान के तहत सोमवार को बिहार विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने जिला मुख्यालय पहुंचने के बाद पहले वे सहरसा के मत्स्यगंधा स्थित रक्तकाली मंदिर में पूजा अर्चना की उसके बाद
आयोजित कई कार्यक्रमों में भाग लिया। इस अवसर पर बिहार विधान सभा सचिवालय के तत्वावधान में स्थानीय प्रेक्षा गृह में बाल युवा संसद का आयोजन हुआ।जिसमें संसदीय प्रणाली के क्रिया कलापों से युवा रूबरू हुए। आयोजित संसद में प्रश्नोत्तर काल, शून्य काल, घ्यानाकर्षण वाद-विवाद का आयोजन हुआ। संसदीय क्रियाकलाप में बेहतरीन प्रदर्शन करनेवाले बच्चों को सम्मानित किया। अभियान के तहत विधान सभा अध्यक्ष ने जिले के वरीय अधिकारियों के साथ-साथ बुद्धिजीवियों से भी विमर्श किया।
प्रेक्षागृह में आयोजित बाल युवा संसद कार्यक्रम का उद्घाटन विधानसभा के अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा, बिहार सरकार के कला-संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री डॉ आलोक रंजन, डीएम आनंद शर्मा, एसपी लिपि सिंह, जिला परिषद अध्यक्ष किरण देवी एवं उपाध्यक्ष धीरेंद्र यादव ने संयुक्त रूप से किया बाल युवा संसद का उद्घाटन करने के बाद कार्यक्रम का उद्देश्य बताते हुए विधान सभा अध्यक्ष ने कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था शासन की व्यवस्था नहीं है यह हमारी संस्कृति है, हम जिस धरती से आते हैं वह लोकतंत्र की जननी है लोकतांत्रिक व्यवस्था वाद विवाद के जरिए संवाद और संवाद के जरिए समाधान ढूंढने का सर्वोत्तम माध्यम है ।
वही प्रेक्षागृह में आज विधानसभा सत्र जैसा माहौल देखने को मिला जहां पक्ष और विपक्ष के रूप में स्कूली बच्चे खड़े थे और अपनी अपनी बातों को विधानसभा अध्यक्ष के सामने रख रहे थे । विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित सभी लोगों को सामजिक नैतिक अभियान संकल्प अभियान के तहत पांच समाजिक अभिशापों से मुक्ति जिसमें नशा मुक्त समाज, अपराध मुक्त परिवार, बाल श्रम मुक्त परिवार, बाल विवाह मुक्त व दहेज मुक्त परिवार बनाने का संकल्प दिलवाया।
वहीं पांच सामजिक वरदानों को आत्मसात करने जिसमें स्वच्छता युक्त, योग आयुर्वेद युक्त जल संचय युक्त, प्रकृति युक्त व विरासत युक्त परिवार बनाने का संकल्प दिलवाया।वहीं पांच समाजिक सम्मान से पूर्ण होने का संकल्प के दौरान डिजिटल साक्षर, स्वरोजगार प्रेरक, रोजगार सृजन कर्ता, समाजिक योद्धा व सेवा समर्पण दाता बनाने का संकल्प दिलवाया।
एक-एक बच्चे से शून्यकाल की एक-एक अतिरिक्त सूचना पढ़ने का मौका
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प्रेक्ग्रिह में आयोजित बाल युवा संसद के दौरान सहरसा के विभिन्न विद्यालयों के बच्चे सम्मिलित हुए थे।बाल युवा संसद की शुरुआत राष्ट्रगान से हुई।बच्चों ने बाल युवा संसद के दौरान विभिन्न महत्वपूर्ण विषयों पर सवाल पूछे।इस दौरान शून्य काल और ध्यानाकर्षण भी हुआ। उन्होंने बाल युवा संसद के दौरान प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र से आये एक-एक बच्चा से शून्यकाल की एक-एक अतिरिक्त सूचना पढ़ने का मौका दिया।उन्होंने कहा कि विधानसभा की सत्रावधि को छोड़कर शेष अवधि में भी अब वे माननीय सदस्य को प्रत्येक माह में अतारांकित प्रश्न पूछने का मौका देने की शुरुआत करेंगे।