सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड स्थित खाप-खोपराहा में सीएम नीतीश कुमार लखनदेई नदी की उड़ाही का निरीक्षण करने पहुंचे थे। सीएम के द्वारा नव निर्माणाधीन बांध का निरीक्षण किया गया। सीएम ने बांध का निरीक्षण कर अधिकारियों को कई दिशा-निर्देश भी जारी किये। इसके बाद वह हेलीपैड के लिए निकल पड़े।
हेलीपैड से जैसे ही नीतीश कुमार की हेलीकॉप्टर आसमान में उड़ा, बांध का भी सब्र टूट गया और पानी का तेज बहाव होने लगा। पानी इतनी तेज रफ्तार से बह रहा था कि गांव वालों के खेतों से होते हुए गांव की तरफ बहने लगा। जिससे स्थानीय ग्रामीणों में दहशत का माहौल कायम हो गया। लोग डर से गांव की तरफ भागने लगे।
सीएम नीतीश के अचानक आगमन को लेकर जल्दबाजी में बांध का निर्माण कर दिया गया था। कमजोर बांध का निर्माण होने के कारण बांध भी सीएम के निरीक्षण का इंतजार कर रहा था। जैसे ही नीतीश कुमार निरीक्षण कर हेलीकॉप्टर से आसमान में उड़े वैसे ही बांध का भी सब्र टूट गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि अगर पानी इसी तरह बहता रहा तो देर रात तक पानी गांव में प्रवेश कर जाएगा। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अभी नदी की यह स्थिति है। बाढ़ के समय में क्या होगा। अभी से लोगों के मन में जून और जुलाई के बाढ़ के पानी का डर सताने लगा है। संभावित बाढ़ से इलाके के करीब 25 हजार की आबादी प्रभावित हो सकती है।
लोगों का कहना है कि सरकार पहले बांध की मजबूती से निर्माण कराकर नदी की उड़ाही करती। बता दें कि सीएम नीतीश कुमार के साथ जल संसाधन मंत्री संजय कुमार भी लखनदेई नदी के उड़ाही का निरीक्षण करने पहुंचे थे। इस योजना के तहत वर्ष 2016 में ही 100 करोड़ का आवंटन किया गया था। लेकिन जमीन अधिग्रहण के कारण अबतक उड़ाही नहीं हो पाई थी।