भागलपुर जिले से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। भ्रमरपुर, नारायणपुर निवासी रामशरण कुमार के पुत्र मुकुंद कुमार उर्फ मोनू कुमार की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई। यह हादसा 7 अप्रैल की रात करीब 10:30 बजे हुआ जब मुकुंद अपने फुफेरे भाई पवन चौधरी के साथ बाइक से लौट रहे थे। मुकुंद भारतीय सेना में जवान थे और सुखना स्थित 33 कोर सेना मुख्यालय में तैनात थे। उन्होंने 2017 में सेना जॉइन की थी।
मुकुंद पिछले साल जून से छुट्टी पर अपने गांव में थे। दरअसल, जून 2024 में उनकी मां का एक गंभीर सड़क हादसा हुआ था, जिसमें उनके पैर बुरी तरह घायल हो गए थे। मां की सेवा करने के लिए मुकुंद ने अपनी पोस्ट से लंबी छुट्टी ली और तब से वे गांव में ही रह रहे थे। उनकी मां अब काफी हद तक स्वस्थ हो चुकी थीं और मुकुंद दो से तीन दिन में अपनी ड्यूटी पर लौटने वाले थे। मगर इससे पहले ही यह दुखद हादसा हो गया।
घटना उस समय की है जब मुकुंद अपनी बहन के घर तेलघी मिलने गए थे। वहां से लौटते समय, खरीफ थाना क्षेत्र के बागड़ी चौक के पास उनकी बाइक को पीछे से एक अनियंत्रित ट्रक ने जोरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी तेज थी कि मुकुंद का सिर सड़क किनारे पोल से टकरा गया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। मौके पर ही उनकी मौत हो गई।
बाइक पर पीछे बैठे उनके फुफेरे भाई पवन चौधरी भी सड़क की दूसरी तरफ गिर पड़े, जिससे उनके हाथ, पैर और माथे में चोटें आई हैं। उन्हें तुरंत मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
इस दर्दनाक घटना से परिवार में मातम छा गया है। जवान बेटे की मौत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में भी शोक की लहर है, क्योंकि मुकुंद एक मिलनसार और कर्तव्यनिष्ठ युवक थे। वे न केवल अपने परिवार के लिए बल्कि गांव के लोगों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत थे।
स्थानीय पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और ट्रक चालक की तलाश जारी है। वहीं, सेना की ओर से भी जवान मुकुंद कुमार को श्रद्धांजलि दी जा रही है। यह हादसा एक बार फिर से सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के पालन की अनिवार्यता की ओर इशारा करता है।
देश ने एक समर्पित जवान खो दिया, और एक परिवार ने अपना बेटा, भाई और सहारा। मुकुंद कुमार की शहादत को हमेशा याद रखा जाएगा।
