वीरपुर, सहरसा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वाल्मीकिनगर, मधुबनी और पूर्णिया में हवाई अड्डों के लिए 190 करोड़ रुपये मिले
उड़ान योजना का उदेश्य छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों को हवाई मार्ग से जोड़ना है। इससे हवाई यात्रा सुलभ और किफायती हो सकेगी। साथ ही इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। राज्य के पर्यटन उद्योग को लाभ पहुंचेगा। वाल्मीकिनगर में बिहार का टाइगर रिजर्व स्थित है। यहां हाल के वर्षों में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ी है। यहां हवाई अड्डा का विकास होने से पर्यटक कम समय में पहुंच सकेंगे। इससे पर्यटकों की संख्या में और अधिक बढ़ोतरी होगी।
उड़ान योजना के तहत बिहार के सात शहरों वीरपुर, सहरसा, मुंगेर, मुजफ्फरपुर, वाल्मिकी नगर, मधुबनी और पूर्णिया से छोटे विमानों के उड़ान की मंजूरी केंद्र ने दे दी है। साथ ही, केंद्र सरकार ने इन शहरों के हवाई अड्डों के विकास के लिए 190 करोड़ रुपये जारी भी कर दी है। इन हवाईअड्डों का विकास भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के स्तर से किया जाएगा। इसके लिए राज्य सरकार प्राधिकरण के साथ समझौता (एमओयू) करेगी। नई दिल्ली के राजीव गांधी भवन में नागरिक उड्डयन सचिव की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में उक्त निर्णय लिया गया। नागरिक उड्डन मंत्रालय की 15वीं परियोजना मूल्यांकन समिति (पीईसी) की बैठक में उड़ान के अंतर्गत हवाई अड्डों के विकास के लिए खर्च की भी समीक्षा की गई।
मालूम हो कि बिहार सरकार के अनुरोध पर राज्य में छोटे विमानों (20 सीट तक वाले विमान) की उड़ानों के संचालन के लिए इन सात हवाई अड्डों का चयन किया गया है।