भागलपुर। जिले में शिक्षा विभाग की ओर से आज समाहरणालय परिसर स्थित समीक्षा भवन में एक विशेष कार्यक्रम आयोजित कर अनुकंपा आश्रितों को नियुक्ति पत्र सौंपे गए। कार्यक्रम में जिलाधिकारी डॉ. नवल किशोर चौधरी ने मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित होकर कुल 79 लिपिक और 4 परिचारी को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। ये सभी कर्मचारी जिले के विभिन्न माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में नियुक्त किए जा रहे हैं। समारोह में शिक्षा विभाग के अधिकारी, प्रशासनिक पदाधिकारी तथा नियुक्ति पाने वाले आश्रित परिवारों के सदस्य उपस्थित थे।
नियुक्ति पत्र सौंपते हुए जिलाधिकारी डॉ. चौधरी ने नवनियुक्त कर्मचारियों को सेवा में ईमानदारी, अनुशासन और कर्तव्यनिष्ठा का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी समाज निर्माण से जुड़ी होती है। बच्चों का भविष्य शिक्षकों और विद्यालय के कर्मचारियों की समर्पण भावना पर निर्भर करता है। इसलिए सेवा में पूरी निष्ठा और ईमानदारी से कार्य करना ही सच्चे अर्थों में समाज की सेवा है। उन्होंने आश्वस्त किया कि प्रशासन हर संभव सहायता प्रदान करेगा और सभी कर्मचारियों को उनके अधिकार एवं सुविधाओं का लाभ मिलेगा।
कार्यक्रम का सबसे भावुक पहलू तब देखने को मिला जब कई नियुक्ति पाने वाले आश्रितों की आंखें नम हो गईं। कार्यक्रम स्थल पर उपस्थित अधिकांश लोगों ने स्वीकार किया कि नौकरी मिलने का यह क्षण उनके लिए बेहद खास है, लेकिन इसके पीछे छिपा दुख भी उतना ही बड़ा है। अपनों को खोने के बाद आर्थिक और मानसिक संघर्ष के बीच यह नियुक्ति उनके लिए राहत और सम्मान दोनों लेकर आई है। कई आश्रितों ने कहा कि उन्हें अपने दिवंगत परिजनों की याद सताती है, लेकिन उनके नाम पर मिली यह सेवा जीवन में एक नई उम्मीद और ताकत प्रदान कर रही है।
समारोह के दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जिले में अनुकंपा के आधार पर नियुक्ति देने की प्रक्रिया पारदर्शी तरीके से पूरी की गई है। चयनित सभी आश्रितों को आवश्यक प्रशिक्षण और कार्यस्थल पर सभी प्रशासनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जाएंगी। साथ ही कर्मचारियों से यह भी अपेक्षा की गई कि वे विद्यालय में बच्चों को बेहतर शिक्षा देने के साथ-साथ सामाजिक जिम्मेदारियों का भी निर्वहन करें।
कार्यक्रम के अंत में नवनियुक्त कर्मचारियों ने प्रशासन का धन्यवाद किया और कहा कि यह अवसर उनके परिवारों के लिए सम्मान और सुरक्षा लेकर आया है। उन्होंने यह भी विश्वास जताया कि वे अपने कार्य में पूरी निष्ठा से योगदान देंगे। कई परिवारों ने इसे जीवन का नया अध्याय बताते हुए कहा कि अब वे आत्मनिर्भर बनकर समाज में अपने दिवंगत परिजनों का नाम रोशन करेंगे।
इस तरह भागलपुर में आयोजित यह कार्यक्रम न केवल सरकारी सेवा का अवसर प्रदान करने वाला समारोह रहा, बल्कि यह संवेदना, सम्मान और जिम्मेदारी का भाव भी लेकर आया।