नवगछिया प्रखण्ड के मध्य विद्यालय महदत्तपुर उत्तर में माध्याह्न भोजन खाने से बाद बीमार हुए लगभग दो सौ बच्चे पूरी तरह से स्वस्थ हो गए हैं। शुक्रवार को पदाधिकारियों ने स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में भेजकर बच्चों के स्वास्थ्य की जानकारी ली। वहीं शुक्रवार को जब शिक्षक विद्यालय खोलने पहुचे तो उग्र गाम्रीणों ने विरोध जताते हुए शिक्षकों को विद्यालय नहीं खोलने दिया।
अभिभावकों ने कहा कि हम सभी अपने बच्चों को तब तक विद्यालय नहीं भेजेंगे जब तक ग्रामीण शिक्षकों का विद्यालय से दूसरी जगह तबादला नहीं हो जाएगा। इतना कहकर ग्रामीणों ने मध्य विद्यालय दक्षिण और उत्तर में तालाबंदी कर दी। अभिभवकों ने कहा कि इन शिक्षकों के हाथ में बच्चों का भविष्य और जीवन दोनों सुरक्षित नहीं है ग्रामीणों ने एक स्वर में कहा जबतक शिक्षकों और रसोइया का तबादला नहीं हो जाता तबतक विद्यालय में ताला लगा रहेगा।
तालाबंदी की सूचना मिलने पर नवगछिया बीडीओ गोपाल कृष्णन, बीईओ विजय कुमार झा, नवगछिया प्रमुख प्रतिनिधि मांकेश्वर सिंह, मुखिया प्रतिनिधि संजय सिंह ने जाकर ग्रामीणों से बात की ।बच्चों के अभिभावकों ने कहा ग्रामीण शिक्षक विद्यालय मे राजनीति करते हैं। वे लोग दबंगई करते हैं। इन लोगों के गलती के कारण गांव के सैंकडों बच्चों की जिदगी खतरे में पड़ गयीं थी।
बीडीओ ने कहा कि आप लोग इस संबंध में एक आवेदन दे शिक्षकों के बदली के लिए वरीय पदाधिकारियों को लिखा जाएगा।
ग्रामीणों ने इस संबंध में एक लिखित आवेदन देते हुए सभी ग्रामीण शिक्षकों और रसोईया को हटाने की मांग एवं सभी रसोइया की जगह दूसरे रसोइया की बहाली की मांगे की गई
बाद में ग्रामीणों को समझाकर विद्यालय का ताला खोलवाया गया
इस संबंध में नवगछिया प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी विजय कुमार झा ने बताया कि गुरुवार की घटना से बच्चों के अभिभावक गुस्से में थे और विद्यालय में ताला लगा दिया गया था। उनलोगों की मांग थी कि सभी ग्रामीण शिक्षकों का स्थानांतरण के साथ साथ भोजन व्यवस्था में सुधार हो। उन्होंने कहा कि दोनों विद्यालयों के सभी शिक्षकों के स्थानांतरण की प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है निकट भविष्य मे सभी ग्रामीण शिक्षकों का स्थानांतरण होगा और वहाँ योग्य शिक्षक जाएंगे।
