बिहार में शिक्षा विभाग की चुनौतियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. एक तरफ छठे चरण में चयन से वंचित और सातवें चरण की बहाली की मांग को लेकर शिक्षक अभ्यर्थी नाराज चल हैं. वे आज से आंदोलन करने जा रहे हैं. वहीं, दूसरी ओर नियोजित शिक्षकों ने अपनी कई लंबित मांगों को लेकर आंदोलन की चेतावनी दी है.
दरअसल, प्रदेश भर के नव प्रशिक्षित शिक्षकों को प्रशिक्षण प्राप्त किए तीन साल से अधिक हो चुके हैं लेकिन उनकी लंबित मांगों पर विचार नहीं किया गया. नवप्रशिक्षित शिक्षकों के बकाया अंतर वेतन को लेकर टीईटी प्रारंभिक शिक्षक संघ ने राज्य परियोजना निदेशालय को आंदोलन का ज्ञापन सौंपा है.
वित्त विभाग द्वारा पत्र जारी कर सभी प्रकार के बकाया भुगतान का निर्देश दिया गया था, लेकिन अभी तक नवप्रशिक्षित शिक्षकों के बकाया अंतर वेतन, विभिन्न जिलों के शिक्षकों के हड़ताल अवधि का बकाया वेतन, मातृत्व अवकाश, चिकित्सा अवकाश एवं अन्य बकाया वेतन और अंतर वेतन का अब तक भुगतान नहीं किया गया है. ऐसे में प्रदेश के शिक्षकों में आक्रोश है.
राजू सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा है कि अगर जल्द ही सभी तरह के बकायों का भुगतान नहीं होगा चरणबद्ध आंदोलन करने को बाध्य होंगे. संघ ने मांग की है कि अब छठे चरण की शिक्षक नियोजन प्रक्रिया संपन्न हो चुकी है तो सरकार अपने वादे के अनुसार ऐच्छिक अंतर जिला स्थानांतरण प्रक्रिया शुरू करे. स्थानांतरण प्रक्रिया को सुगम बनाते हुए पुरुष शिक्षकों को भी अंतर जिला ऐच्छिक स्थानान्तरण में मौका मिलना चाहिए.