आंगनबाड़ी सहायिका और सेविका के सेवानिवृत्त्त होते ही सरकार एकमुश्त सहायता राशि देगी। प्रत्येक सेवावानिवृत्त आंगनबाड़ी सेविका और सेविका को एक से डेढ़ लाख रुपये सहायता के रूप में मिलेगी। यह राशि मुफ्त होगी। इस राशि का उपयोग कर वे जीवनयापन कर सकेंगी।

समाज कल्याण विभाग ने आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को मुफ्त सहायता राशि की योजना का प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग के इस प्रस्ताव को इसी माह राज्य कैबिनेट की मंजूरी मिलने की संभावना है। राज्य में एक लाख 14 हजार आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। प्रत्येक केंद्र पर एक आंगनबाड़ी सेविका और एक सहायिका के पद हैं। इस तरह राज्यभर के आंगनबाड़ी केंद्रों पर 2 लाख 28 हजार सेविका और सहायिका हैं। इस योजना का लाभ इन सभी सेविका और सहायिका को सेवानिवृत्त होते ही मिलेगी। प्रत्येक वर्ष 65 वर्ष की आयु पूरा होने पर लगभग 5 से 7 हजार आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका सेवानिवृत्त होती हैं। इस योजना का लाभ लेने के लिए आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका को मिलने वाली मानदेय की राशि में कटौती नहीं होगी। आंगनबाड़ी सेविका को प्रतिमाह सात हजार तो सहायिका को प्रतिमाह चार हजार रुपये मानदेय मिलता है। राज्य के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के माध्यम से लगभग 30 से 35 लाख बच्चों को स्कूल पूर्व शिक्षा देने की जिम्मेदारी है।

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