भारत-पाकिस्तान सीमा पर बढ़ते तनाव के बीच जम्मू में हुए ऑपरेशन सिंदूर में देश ने एक और वीर सपूत को खो दिया। बिहार के सारण जिले के रहने वाले बीएसएफ सब-इंस्पेक्टर मोहम्मद इम्तियाज देश की सेवा करते हुए शहीद हो गए। इस दुखद घटना के बाद अब उनके परिवार को आर्थिक सहायता के रूप में 1.1 करोड़ रुपए की बड़ी मदद दी गई है।
बीएसएफ और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने मिलकर शहीद इम्तियाज के परिवार को यह सहायता राशि प्रदान की है। बीएसएफ के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल पर दी गई जानकारी के अनुसार, 15 मई 2025 को एसबीआई की गड़खा शाखा की टीम ने शहीद इम्तियाज के घर पहुंचकर उनके परिजनों से मुलाकात की। इस दौरान बैंक अधिकारियों ने सभी जरूरी औपचारिकताएं पूरी कीं। इसके बाद 19 मई, सोमवार को बीएसएफ द्वारा उनके परिजनों के खाते में 1.1 करोड़ रुपए ट्रांसफर कर दिए गए।
शहीद इम्तियाज 12 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान शहीद हुए थे। उनकी शहादत पर पूरे देश को गर्व है, लेकिन उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है। उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव, सारण जिले में 12 मई को पूरे राजकीय सम्मान के साथ किया गया। अंतिम संस्कार में गांववालों के साथ कई अधिकारी, स्थानीय नेता और सुरक्षा बल के जवान शामिल हुए।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी शहीद इम्तियाज के परिवार से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी। राज्य सरकार ने भी शहीद के परिजनों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री राहत कोष से 29 लाख रुपए और गृह विभाग तथा राज्य सरकार की ओर से 21 लाख रुपए की सहायता राशि प्रदान की जाएगी। इस प्रकार बिहार सरकार की ओर से कुल 50 लाख रुपए की आर्थिक मदद शहीद के परिवार को दी जाएगी।
शहीद मोहम्मद इम्तियाज की बहादुरी और देशभक्ति को पूरा देश नमन कर रहा है। वे न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे बिहार और देश का गौरव हैं। बीएसएफ और एसबीआई द्वारा दी गई यह आर्थिक मदद उनके परिवार के लिए एक सम्मान की तरह है, जो उनके बलिदान को हमेशा याद रखने का संकेत है। सरकार और समाज से मिले इस सहयोग से उनके परिजन खुद को अकेला नहीं महसूस कर रहे हैं।
शहीद इम्तियाज की शहादत देश के युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो अपने देश के लिए हर कठिनाई झेलने को तैयार हैं। देश उनका ऋणी रहेगा।
