सहरसा विधानसभा के निवर्तमान विधायक एवं बीजेपी उम्मीदवार आलोक रंजन ने शुक्रवार को बटरहा स्थित अपने कार्यालय में प्रेस वार्ता की। इस दौरान हजारीबाग के सांसद मनीष जायसवाल और भाजपा जिलाध्यक्ष साजन शर्मा भी मौजूद रहे।
आलोक रंजन ने एनडीए के संकल्प पत्र को “विकसित बिहार का रोडमैप” बताते हुए कहा कि यह घोषणा पत्र वादों का नहीं, बल्कि जन आकांक्षाओं को पूरा करने का दस्तावेज है। उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार बनने पर बिहार में *एक करोड़ रोजगार* सृजित किए जाएंगे। राज्य के हर जिले में *मेगा स्किल सेंटर* और *10 औद्योगिक पार्क* स्थापित किए जाएंगे, ताकि युवाओं को स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर मिल सकें।
महिलाओं के लिए विशेष योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि *“महिला रोजगार योजना”* के तहत महिलाओं को *दो लाख रुपये तक की आर्थिक सहायता* दी जाएगी। साथ ही, *“मिशन करोड़पति”* योजना के माध्यम से महिला उद्यमियों को आत्मनिर्भर बनाने का कार्य किया जाएगा। किसानों के लिए भी बड़ी घोषणा करते हुए उन्होंने बताया कि *प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि* की राशि ₹6000 से बढ़ाकर ₹9000 की जाएगी, जबकि मत्स्य पालकों की सहायता भी ₹9000 की जाएगी।
स्थानीय विकास योजनाओं पर बोलते हुए आलोक रंजन ने कहा कि *सहरसा हवाई अड्डे से जल्द उड़ान सेवा शुरू* होगी और *सहरसा मेडिकल कॉलेज* का निर्माण कार्य अगले पांच वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि भाजपा नेतृत्व वाली एनडीए सरकार ने हमेशा बिहार के विकास को प्राथमिकता दी है और आगे भी यह क्रम जारी रहेगा।
महागठबंधन पर हमला करते हुए आलोक रंजन ने कहा कि उनका घोषणा पत्र सिर्फ *भ्रम फैलाने वाला दस्तावेज* है, जबकि एनडीए का संकल्प पत्र *कार्यान्वयन योग्य योजनाओं* से भरा हुआ है। उन्होंने कहा कि जनता अब वादों और नारों से नहीं, बल्कि ठोस काम और विकास की नीतियों से जुड़ना चाहती है।
वार्ता के अंत में उन्होंने जनता से अपील की कि इस बार बिहार को “विकसित राज्य” बनाने के लिए एनडीए को पूर्ण बहुमत से समर्थन दें।

