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सहरसा जिले में चल रही होमगार्ड बहाली प्रक्रिया एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गई है। सलखुआ निवासी महिला अभ्यर्थी रूपम कुमारी ने बहाली में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए अधिकारियों पर मनमाने ढंग से चयन प्रक्रिया में छंटनी करने का आरोप लगाया है।

रूपम कुमारी ने कहा कि उन्होंने होमगार्ड पद के लिए आवेदन किया था और शारीरिक मापदंडों की जांच के दौरान उनकी लंबाई 154 सेंटीमीटर थी। बावजूद इसके, चयन प्रक्रिया में उनकी लंबाई 152 सेंटीमीटर दर्ज की गई, जिससे उन्हें बाहर कर दिया गया।

महिला अभ्यर्थी का कहना है कि उन्होंने इस मामले को लेकर कई अधिकारियों से शिकायत की, लेकिन उनकी किसी ने एक नहीं सुनी। रूपम ने यह भी कहा कि अगर उन्हें न्याय नहीं मिला, तो वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाने को मजबूर होंगी।

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रूपम का आरोप है कि चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नहीं बरती जा रही है और कुछ लोगों को जानबूझकर बाहर किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि जब उन्होंने मौके पर ही दोबारा माप लेने की मांग की, तो उनकी बात को अनसुना कर दिया गया।

इस मामले पर जब मीडिया ने जिला होमगार्ड कमांडर संदीप कुमार से बात की, तो उन्होंने महिला अभ्यर्थी के आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि चयन प्रक्रिया पूरी तरह पारदर्शी और तकनीकी रूप से सुसज्जित है।

कमांडर संदीप कुमार ने कहा कि मापी की प्रक्रिया डिजिटल हाइट मशीन से की जाती है, जिसमें मानवीय त्रुटि की कोई संभावना नहीं रहती। रूपम कुमारी की लंबाई तीन बार मापी गई और हर बार 152 सेंटीमीटर ही दर्ज हुई।

उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया की निगरानी एक मजिस्ट्रेट स्तर के अधिकारी द्वारा भी की गई थी और उनके सामने भी वही लंबाई मापी गई। कमांडर ने यह भी स्पष्ट किया कि होमगार्ड सेवा में चयन के लिए न्यूनतम लंबाई 153 सेंटीमीटर निर्धारित है।

उन्होंने कहा कि नियमों के अनुसार रूपम कुमारी अयोग्य पाई गईं और इस आधार पर उन्हें चयन सूची से बाहर किया गया।

हालांकि, रूपम कुमारी का कहना है कि जब मापी में त्रुटि सामने आ रही है, तो उसे ठीक करने की जिम्मेदारी प्रशासन की है। उन्होंने प्रशासन से निष्पक्ष जांच की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि दोबारा निष्पक्ष मापी नहीं की गई तो वे कानूनी कार्रवाई करेंगी।

अब देखना होगा कि यह मामला प्रशासनिक दायरों में सुलझता है या फिर कोर्ट तक पहुंचता है। लेकिन इस पूरे घटनाक्रम ने होमगार्ड बहाली प्रक्रिया की पारदर्शिता पर बड़ा सवाल जरूर खड़ा कर दिया है।

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By admin

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