अजगरा पहाड़ की तलहटी से हटेगा कब्जा

भागलपुर पीरपैंती में तीन दिसंबर 2022 को छोटी दिलौरी गांव निवासी अशोक यादव की पत्नी नीलम देवी की बेरहमी से की गई हत्या के बाद प्रशासन की नींद खुल गई है।

पीरपैंती के प्रखंड विकास पदाधिकारी चंदन कुमार चक्रवर्ती ने सिंघिया नाला से अजगरा पहाड़ की तलहटी में गैरकानूनी रूप से बनाए गए बासा को हटाने का निर्णय लिया है।

इसके लिए पीरपैंती थानाध्यक्ष राजकुमार को पुलिस बल के साथ अतिक्रमण हटाने का निर्देश दिया है।

नीलम देवी की हत्या सिंघिया नाला-अजगरा पहाड़ी वाले सुनसान रास्ते पर हुई थी।

हत्या के बाद छोटी दिलौरी समेत बड़ी दिलौरी, कामत, टोपरा, चटैया एकावना, काली प्रसाद, मौल टोला सिंधिया टोली और श्रीमतपुर आदि गांवों के लोगों ने बीडीओ से अवैध रूप से बने बासा की शिकायत की थी।

दस गावों के लोगों को पीरपैंती बाजार और प्रखंड कार्यालय जाने के लिए इकलौता रास्ता अजगरा पहाड़ की तलहटी से गुजरता है।

यहां कई लोग अनाधिकृत रूप से बासा बना कर रह रहे हैं।

नीलम की हत्या के आरोपित शेख शकील और जुद्दीन का भी यहीं पर बसा है।

यहां बाग्लादेश की सीमा से लगे कलियाचक के मवेशी चोर के गिरोह के सदस्य भी शरण लेते हैं।

एकचारी थाना क्षेत्र में मवेशी चोरी को लेकर दर्ज केस में भी अजगरा पहाड़ी की तलहटी में रहने वाले आरोपित हैं।

यही कारण है कि नीलम की बेरहमी से हत्या के बाद से लोग उस राह आवाजाही करने से डरते हैं।

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