बिहार के खगड़िया जिले के परबत्ता के ‘लाठीबाज’ बीडीओ पर कार्यवाही की गई है। इंटरनेट मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर उनके ऊपर जांच बिठाई गई थी। जांच टीम को वे दोषी मिले हैं। मामले में उनके खिलाफ प्रपत्र-क गठित किया गया है।
परबत्ता (खगड़िया): दो युवकों की पिटाई के मामले में परबत्ता के विवादास्पद BDO अखिलेश कुमार पर गाज गिरी है। मालूम हो कि पिटाई का वीडियो वायरल होने के बाद डीएम आलोक रंजन घोष ने एडीएम के नेतृत्व में एक जांच टीम गठित की थी। जांच टीम की रिपोर्ट के बाद परबत्ता के ‘लाठीबाज’ बीडीओ पर कार्रवाई हुई है। वैसे, वीडियो वायरल होने के तुरंत बाद बीडीओ को निकाय चुनाव के कार्य से अलग कर दिया गया था। इधर शनिवार को डीएम आलोक रंजन घोष ने बताया कि, जांच टीम ने परबत्ता बीडीओ को पदिय आचरण के प्रतिकूल व्यवहार के लिए जिम्मेवार पाया है। उनके विरुद्ध प्रपत्र-क गठित करते हुए ग्रामीण विकास विभाग को प्रस्ताव भी भेजा जा चुका है।
घटना 12 सितंबर की है
परबत्ता बीडीओ का दो युवकों की पिटाई करते हुए वीडियो वायरल होने के बाद जिले की राजनीति में उफान आ गया था। वायरल वीडियो बीते 12 सितंबर की बताई जा रही है। जिसमें परबत्ता बीडीओ अखिलेश कुमार दो सगे भाई के ऊपर लाठियां बरसा रहे हैं। सबसे दिलचस्प बात यह है कि पिटाई के बाद दोनों सगे भाई को घंटों थाने में बैठाकर रखा गया।
18 सितंबर को जांच टीम पहुंची परबत्ता
मामला प्रकाश में आने के बाद बीते 18 सितंबर को डीएम के निर्देश पर चार सदस्यीय टीम जांच में परबत्ता पहुंची। टीम एडीएम राशिद आलम के नेतृत्व में पहुंची थी। टीम में डीडीसी संतोष कुमार, वरीय उप समाहर्ता चंदन कुमार, आइटी मैनेजर बमबम कुमार शामिल थे। टीम ने घंटों मामले की जांच की। टीम के सदस्यों ने बीडीओ समेत अन्य से पूछताछ की।पीड़ितों के लेलिन नगर, तेमथा स्थित आवास पर जाकर भी जानकारी जुटाई। पीड़ित सहोदर भाइयों सुप्रभाष कुमार व संजीत कुमार से भी पूछताछ की। करीब पांच घंटे तक जांच टीम ने मामले के संबंध में जानकारी जुटाई।