नारायणपुर : आपसी विवाद के कारण दो अलग-अलग घटनाओं में मारपीट की शिकायतें दर्ज की गई हैं। पीड़ितों ने आरोप लगाया है कि आरोपितों ने न सिर्फ गाली-गलौज की बल्कि जान से मारने की नीयत से हमला कर उन्हें गंभीर रूप से जख्मी भी कर दिया।
पहली घटना नारायणपुर की रहने वाली शबनम यादव की पत्नी रानी देवी के साथ हुई। उन्होंने थाना में दर्ज कराई शिकायत में बताया कि मधुरापुर के निवासी राहुल कुमार, सुमन कुमार और सन्नी कुमार ने उनके बेटे के साथ अचानक मारपीट शुरू कर दी। घटना के समय रानी देवी मौके पर पहुंचीं और बीच-बचाव की कोशिश की, लेकिन आरोपियों ने उन्हें भी नहीं बख्शा। मारपीट में दोनों मां-बेटे को गंभीर चोटें आईं। रानी देवी ने बताया कि हमला पूर्व नियोजित था और आरोपियों का मकसद परिवार को नुकसान पहुंचाना था।
वहीं, दूसरी घटना नगरपारा गांव की है, जहां निक्कू सिंह की पत्नी अनीता देवी ने अपने पड़ोसियों बबन सिंह, त्रिभुवन सिंह और दिवाकर सिंह के खिलाफ केस दर्ज कराया है। अनीता देवी का कहना है कि किसी पुराने विवाद को लेकर इन तीनों ने उनके साथ अभद्र व्यवहार किया और बाद में लाठी-डंडों से हमला कर दिया। इस हमले में उन्हें कई जगह चोटें आई हैं और उनका इलाज स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है। उन्होंने पुलिस से सख्त कार्रवाई की मांग की है।
थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर महेश कुमार ने बताया कि दोनों मामलों में प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है और जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि आरोपित भ्रमरपुर निवासी मनोज यादव को गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के अनुसार सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इन घटनाओं ने स्थानीय लोगों में भी भय और असुरक्षा का माहौल पैदा कर दिया है। लोगों का कहना है कि आए दिन हो रही आपराधिक घटनाएं कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रही हैं। वहीं पुलिस प्रशासन का कहना है कि अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई कर शांति व्यवस्था बहाल की जाएगी।
निष्कर्षतः, दोनों घटनाएं समाज में बढ़ते आपसी वैमनस्य और कानून के प्रति लोगों की लापरवाही को दर्शाती हैं। पुलिस प्रशासन की जिम्मेदारी बनती है कि वह त्वरित कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलाए और ऐसे अपराधों पर रोक लगाए।
