शतरंजशतरंज

भागलपुर जिला शतरंज संघ के तत्वावधान में रविवार को मसादचक स्थित इनोवेशन क्लासेस में 6वीं बीडीसीए शतरंज प्रतियोगिता का भव्य आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता की शुरुआत सुबह 11:00 बजे संघ के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह एवं युवा खिलाड़ी शिवम कुमार उपाध्याय द्वारा पारंपरिक शतरंज की चाल चलकर की गई। खेल प्रांगण में प्रतिभागियों की उत्सुकता एवं जोश देखते ही बन रही थी।

प्रतियोगिता के मुख्य निर्णायक, नेशनल सीनियर आर्बिटर अंकित कुमार मिश्रा ने जानकारी देते हुए बताया कि इस प्रतियोगिता में भागलपुर के विभिन्न क्षेत्रों से कुल 22 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया। इनमें से 5 प्रतिभागियों के पास अंतरराष्ट्रीय फिडे रेटिंग थी, जबकि 9 बालिकाएं भी प्रतियोगिता में भाग लेने पहुंची थीं। यह प्रतियोगिता रैपिड फॉर्मेट (15 मिनट + 5 सेकेंड) में कुल 5 चरणों में आयोजित की गई।

शतरंज
शतरंज



इस रोमांचक प्रतियोगिता में अभिजीत कुमार ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 5 में से 4.5 अंक अर्जित कर प्रतियोगिता का खिताब अपने नाम किया। उन्होंने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं हारा और अपराजित रहते हुए शीर्ष स्थान हासिल किया। वहीं 4 अंकों के साथ रवि शंकर प्रसाद द्वितीय स्थान पर और 3 अंकों के साथ आदित्य कुमार सुमन तृतीय स्थान पर रहे। बालिकाओं में विप्र श्री को ‘बेस्ट फीमेल प्लेयर’ का खिताब प्रदान किया गया, जबकि ‘उभरते सितारे’ की उपाधि त्राहि जैन को दी गई।

समापन समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित डॉ. संजय जयसवाल ने विजेताओं को ट्रॉफी, मेडल और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। उनके साथ मंच पर संघ के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह, सचिव अजय कुमार मिश्रा, प्रतियोगिता निदेशक सोनू कुमार, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित कुमार झा, कुणाल कुमार राय और हेमंत मिश्रा समेत कई गणमान्य अतिथि उपस्थित थे।

मुख्य अतिथि डॉ. संजय जयसवाल ने अपने प्रेरणादायक संबोधन में कहा, *”शतरंज जैसे खेल से बच्चों की बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। हम तिलकामांझी विश्वविद्यालय के अंतर्गत जल्द ही यह प्रयास करेंगे कि इनडोर स्टेडियम में बच्चों को नि:शुल्क शतरंज प्रशिक्षण दिया जा सके तथा नियमित प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाए।”*

संघ के अध्यक्ष डॉ. अजय कुमार सिंह ने कहा, *”यह देखकर गर्व होता है कि आज के बच्चे मोबाइल और सोशल मीडिया की दुनिया से बाहर निकलकर शतरंज जैसे मानसिक खेल से जुड़ रहे हैं। हार-जीत तो खेल का एक हिस्सा है, लेकिन निरंतर अभ्यास और आत्मविश्वास के साथ खेलना ही असली जीत है।”*

संघ के सचिव अजय कुमार मिश्रा ने प्रतियोगिता की रूपरेखा साझा करते हुए बताया कि भागलपुर जिला शतरंज संघ अब तक 5 बीडीसीए टूर्नामेंट करा चुका है। पहले ये प्रतियोगिताएं मासिक रूप से आयोजित होती थीं, लेकिन स्थान की कमी के चलते इन्हें कुछ समय के लिए रोका गया था। अब नए स्थान की उपलब्धता के चलते हर सप्ताह नियमित शतरंज प्रतियोगिता आयोजित की जाएगी।

उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय शतरंज दिवस के उपलक्ष्य में, 20 जुलाई को एक विशेष प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। यह प्रतियोगिता अखिल बिहार शतरंज संघ के पोर्टल और भागलपुर जिला शतरंज संघ के पोर्टल पर पंजीकरण के लिए उपलब्ध रहेगी। उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे आयोजन बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाते हैं और आने वाले समय में जिले से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर के खिलाड़ी निकलेंगे।

कार्यक्रम के अंत में वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमित कुमार झा ने सभी उपस्थित लोगों को धन्यवाद ज्ञापित किया। उन्होंने बच्चों के माता-पिता का विशेष आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके सहयोग और समर्थन से ही बच्चे इस मानसिक खेल में आगे बढ़ पा रहे हैं। उन्होंने सभी प्रतिभागियों के उज्जवल भविष्य की कामना भी की।

इस सफल आयोजन ने भागलपुर में शतरंज खेल को नई ऊंचाई दी है और यह प्रतियोगिता बच्चों के बौद्धिक विकास की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।

अपना बिहार झारखंड पर और भी खबरें देखने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें

By admin

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *