डेंगू का प्रकोप अब आम से लेकर खास तक पहुंचने लगा है। बुधवार को जिले में एक निजी विद्यालय के प्रधानाचार्य समेत 16 लोग डेंगू की चपेट में आ गये। वहीं पांच लोग एलिजा जांच में डेंगू कन्फर्म मिले हैं। पांच डेंगू के मरीजों को तो मायागंज अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ गया।
सदर अस्पताल में सात डेंगू के मरीज मिले
सिविल सर्जन डॉ. उमेश शर्मा ने बताया कि जिले में कुल 143 लोगों का रैपिड किट से जांच किया गया, जिसमें कुल 16 लोग डेंगू का शिकार मिले। जबतक ये डेंगू के मरीज एलिजा जांच में डेंगू कन्फर्म नहीं होंगे, तब तक इन्हें संदिग्ध डेंगू का मरीज मानकर इलाज किया जाएगा। सीएस ने बताया कि सदर अस्पताल में सात, मायागंज अस्पताल में पांच, अनुमंडलीय अस्पताल कहलगांव में दो और रेफरल अस्पताल सुल्तानगंज व सीएचसी सबौर में एक-एक डेंगू के मरीज पाये गये। सदर अस्पताल में सातों डेंगू के मरीज शहर के रहने वाले हैं। वहीं सदर अस्पताल में एक भी डेंगू का मरीज भर्ती नहीं हुआ।
रात में ही फुल हो गया डेंगू वार्ड, बढ़ाना पड़ा बेड
मायागंज अस्पताल में आनंदराम ढांढनिया सरस्वती विद्या मंदिर के 46 वर्षीय प्रधानाचार्य, जिले के ननकर निवासी 12 साल की बच्ची, हुसैनाबाद निवासी 45 साल का युवक, उर्दू बाजार निवासी 45 साल की महिला व किरोड़ी बाजार निवासी 55 साल की महिला डेंगू जांच में पॉजिटिव निकली तो उसे इलाज के लिए डेंगू वार्ड में भर्ती कर दिया गया। मंगलवार की देर रात तक 30 बेड के डेंगू वार्ड में भर्ती डेंगू मरीजों की संख्या बढ़कर 31 हो गयी तो तत्काल ही वार्ड के प्रथम तल पर 24 और बेड लगवा दिये गये। जिससे डेंगू वार्ड में कुल बेडों की संख्या बढ़कर 54 हो गयी है। मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने बताया कि बुधवार को 16 और डेंगू मरीज भर्ती हुए, इनमें से पांच भागलपुर जिले के तो 11 अन्य जिलों के निवासी हैं। बुधवार की शाम तक डेंगू वार्ड में कुल भर्ती डेंगू मरीजों की संख्या 27 पर आ गयी थी।