सहरसा से इस वक्त की बड़ी खबर सामने आ रही है, जहां सहरसा मंडल कारा में बंद एक कैदी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। इस घटना के बाद पूरे इलाके में हड़कंप मच गया है। मृतक कैदी की पहचान बिहरा थाना क्षेत्र के बारा लालगंज वार्ड संख्या 12 निवासी 26 वर्षीय सुनील साह के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि सुनील साह पॉक्सो एक्ट और रेप के एक मामले में पिछले करीब 22 महीनों से सहरसा मंडल कारा में बंद था।
मिली जानकारी के अनुसार, आज सुबह जेल प्रशासन की ओर से परिजनों को फोन कर सुनील साह की तबीयत अचानक खराब होने की सूचना दी गई और उन्हें सदर अस्पताल बुलाया गया। जब परिजन अस्पताल पहुंचे, तो उन्हें सुनील साह की मौत की जानकारी दी गई। यह खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया और अस्पताल परिसर में हंगामे की स्थिति बन गई।
परिजनों ने सुनील साह की मौत को संदिग्ध बताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि सुनील के गले पर गहरे जख्म और गला रेतने जैसे स्पष्ट निशान मौजूद थे। परिजनों का आरोप है कि यह आत्महत्या का मामला नहीं, बल्कि जेल के अंदर सुनियोजित हत्या की गई है। प्रारंभिक जांच में भी गले पर गंभीर चोट के निशान पाए जाने की बात सामने आई है, जिससे अत्यधिक रक्तस्राव होने की आशंका जताई जा रही है।
घटना से आक्रोशित परिजनों और स्थानीय लोगों ने शव को सड़क पर रखकर विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया और सड़क जाम कर दिया। जाम के कारण इलाके में आवागमन पूरी तरह ठप हो गया। सूचना मिलते ही सहरसा ट्रैफिक डीएसपी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और प्रदर्शन कर रहे लोगों को समझाने-बुझाने का प्रयास किया।
ट्रैफिक डीएसपी ने बताया कि परिजनों द्वारा हत्या का आरोप लगाया जा रहा है। मामला गंभीर है और इसकी हर पहलू से जांच की जाएगी। फिलहाल पुलिस और प्रशासन स्थिति को नियंत्रित करने में जुटा हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। प्रशासन का कहना है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट और फोरेंसिक जांच रिपोर्ट आने के बाद ही यह स्पष्ट हो सकेगा कि यह मामला आत्महत्या का है या फिर हत्या का। साथ ही मामले में न्यायिक और विभागीय जांच की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
