पति ने पत्नी की उनके प्रेमी से कराई दूसरी शादी
तीन बच्चे की मां को अपने प्रेमी दो बच्चे के पिता के साथ घर में हीं आपत्ति जनक स्थिति में देखे जाने पर उनके पति और ग्रामीणों ने दोनों की शादी कराते हुए पुलिस के हवाले कर दिया है, मामला बैजनाथपुर थाना क्षेत्र में सोमवार देर रात की है.
घटना के बाद आसपास के लोगों मे यह बात चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर दोनों तीन तीन बच्चा रहने के वावजूद भी इस तरह की हरकत क्यों कर रहे थे.
जानकारी के अनुसार सहरसा नगर निगम के बैजनाथपुर वार्ड नंबर 22 निवासी अनिल सुतिहार बनगांव थाना क्षेत्र के रहुआ तुलसियाही गांव की रहनेवाली ज्योति रानी के साथ प्रेम विवाह किया था तब से दोनों पति-पत्नी की तरह 12 वर्षों से रह रही थी अनिल बढ़ई मिस्त्री का काम कर अपनी पत्नी की हर ख्वाहिश पूरा करता था दोनों को तीन बच्चे भी हुए जिसमें दो लड़का और एक लड़की शामिल है बड़ा लड़का 10 वर्ष का है जो गांव के स्कूल में हीं पढ़ाई करता है लेकिन परिजनों के अनुसार लड़की का गांव के हीं एक पूर्व वार्ड सदस्य ब्रजेश राम के साथ चोरी छिपे बातचीत चल रहा था और दोनों के बीच गहरा प्रेम संबंध भी था . सोमवार 16 दिसंबर की मध्यरात्रि दोनों प्रेमी और प्रेमिका को लड़की के पति ने अपने हीं घर में आपत्ति जनक स्थिति में देख लिया जिसके बाद दोनों की पिटाई करने के बाद उनके पति और ग्रामीणों ने दरवाजे पर हीं सिन्दूरदान कर शादी करवाने के बाद पुलिस को सुपूर्द कर दिया.
जानकारी के अनुसार अनिल सुतिहार और ज्योति रानी दोनों अलग अलग जाति के थे और प्रेम विवाह करने के बाद सरकार द्वारा अन्तरजातिय विवाह करने पर मिलने वाली 2 लाख सहायता राशि दिलाने में ब्रजेश राम जो इन दोनों पति-पत्नी से अलग तिसरे जाती का है उन्होंने मदद किया था वार्ड सदस्य रहने के कारण और भी कई सरकारी योजनाओं का लाभ इनके परिवार को उन्होंने दिलाने में मदद किया था जिसके कारण बराबर उनके घर आना-जाना लगा रहता था और ज्योति रानी से उनकी आंखें चार हो गई और दोनों का प्रेम इसकदर परवान चढ़ा कि दोनों अपने पुराने जीवन साथी को छोड़कर जिंदगी में पुनः नई पारी शुरू कर पति पत्नी में बदल गया .
दोनों प्रेमी प्रेमिका को बैजनाथपुर थाना में पुलिस द्वारा की गई पुछताछ में लड़की द्वारा प्रेमी के साथ हीं रहने की बात स्वीकार किया है जिसके बाद दोनों को शपत पत्र पर सहमति भरवाने के बाद प्रेमी के साथ भेज दिया है.
बैजनाथपुर थानाध्यक्ष अरमोद कुमार ने बताया कि लड़की और लड़का दोनों बालिग है जिसके कारण कानूनन लड़की के इच्छानुसार उसे अपने प्रेमी के साथ भेज दिया गया है.
लड़की के तीनों बच्चा फिलहाल पिता के पास हीं है जिसका न्यायालय के फैसला आने तक कहां किसके साथ रहेगा यह विचाराधीन है.
लड़की के पहले प्रेमी यानी पहले पति अनिल ने भी उन्हें नए प्रेमी ब्रजेश के साथ शादी कर रहने की सहमती जताते हुए शपथपत्र पर हस्ताक्षर कर दिया है.
घटना के बाद गांव के बुद्धिजीवियों और जागरूक लोगों का मानना है कि अपने घर बराबर आने जाने वाले लोग चाहे वह कोई रिस्तेदार हो या कर्मी हो , कोई जनप्रतिनिधि हो या फिर कोई अन्य लोग हो उनपर नजर रखे कि वे आपके यहां बराबर क्यों और किस उद्देश्य से आते जाते हैं उनका घर के महिलाओं से क्या काम है उनसे वह बराबर क्यों मिलता है, यदि उनपर आपको कोई संसय है तो उन्हें बार-बार घर आने से मना करें . अपने परिवार के महिलाओं और बच्चों का हमेशा निगरानी करें तो ऐसी घटनाओं पर हदतक काबू पाया जा सकता है.