जब योगेश कुमार ने एक खूबसूरत महिला को लिफ्ट दिया था तो वे सोचे भी नहीं होंगे कि उनका सफर इतना कठिन होगा. बता दें कि सोमवार को सुबह वह बेहोश हालात में सड़क के किनारे पाये गए. उनके बदन पर उनके कपड़े के अलावा कुछ भी नहीं था.
बता दें कि कांटी थर्मल स्टेशन के कर्मचारी योगेश कुमार कार में महिला को देखकर गच्चा खा गये थे. दरअसल योगेश ने कहा कि कार में कोई फैमिली जा रही जो लिफ्ट मांग रही है. योगेश जिसे फैमली वाला समझ रहे थे, उस महिना ने रास्ते में उसे चाय पिलायी चाय पीने के बाद योगेश को कुछ भी याद नहीं है. उसके बाद वे खुद को सड़क किनारे पड़े पाया.
बता दें कि योगेश मुजफ्फरपुर थर्मल पावर में काम करते हैं और वे भागलपुर के रहने वाले हैं. वे रविवार की रात को वे मुजफ्फरपुर स्टेशन पहुंचे. उनको स्टेशन से 20 किलोमिटर दूर कांटी थर्मल पावर जाना था. तो वे सोचे की कांटी के लिए सवारी बैठा लेते हैं. सवारी की खोज में वे स्टेशन से बाहर निकल गए वहां एक सफेद रंग की कार मिली. कार में सपहले से एक महिला बैठीक थी. महिला कार के पिछले सीट पर बैठी थी और आगे कार का ड्राइवर था. ड्राइवर ने उन्हें देखते ही पूछा कहां जाना है. उन्होंने कहा कि जब कांटी जाने की बात बतायी तो ड्राइवर ने कहा कि वह भी फैमिली वाली सवारी लेकर मोतिहारी जा रहा है रास्ते में कांटी में उन्हें उतार देगा. उसके बाद योगेश ने महिला को देखा तो लगा जैसे कोई पारिवारिक लोग ही हैं. और योगेश ने लिफ्ट देने के लिए हां कह दिया.
योगेश ने पुलिस को आगे बताया कि जैसे की कार मुजफ्फरपुर रेलवे स्टेशन से आगे बढ़ी तो रास्ते में ड्राइवर ने ठंड का हवाला देते हुए चाय पीने की बात कही. बैरिया के पास ड्राइवर ने एक चाय दुकान पर कार रोक दी. वहां ड्राइवर और महिला ने चाय पी. योगेश ना नुकुर कर रहे थे लेकिन जब महिला ने चाय पीने का आग्रह किया तो वे टाल नहीं पाये. चाय पीकर गाड़ी में बैठकर योगेश कुछ देर बाद ही बेहोश हो गये. उन्हें कुछ याद नहीं. अगले दिन वे मुजफ्फरपुर से मोतिहारी की ओर जाने वाली हाईवे पर नरसंडा के पास सड़क किनारे पडे मिले. इसके बाद योगेश ने पुलिस को इस पूरी घटना के बारे में जानकारी दी.