महाराष्ट्र में बिहार विरोधी सियासत कोई नई बात नहीं, लेकिन इस बार मापमला जरा हटकर है। वहां की सियासत में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) की पत्नी रश्मि ठाकरे (Rashmi Thackeray) की एंट्री काे लेकर बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) का मजाक बनाया गया है। इससे महाराष्ट्र में सियासी बयानबाजी तेज है। बिहार से भी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने कहा है कि ऐसी बातों से भारतीय जनता पार्टी (BJP) की महिला विरोधी मानसिकता झलकती है। बीजेपी वाले राबड़ी देवी के बहाने माताओं-बहनों के अपमान पर उतर आए हैं। इस मामले में महाराष्ट्र की उद्धव सरकार कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
बीजेपी नेता ने रश्मि ठाकरे को बताया मराठी राबड़ी देवी
विदित हो कि पीठ दर्द को लेकर हुई सर्जरी के कारण महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे इन दिनों बहुत सक्रिय नहीं दिख रहे हैं। वे विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी शामिल नहीं हुए। इसे देखते हुए अटकल लगाई जा रही है कि उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे महाराष्ट्र की मुख्यमंत्री बनाई जा सकती हैं। इस अटकल के बाद बीजेपी के सोशल मीडिया प्रभारी जितेन गजारिया ने उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे की तस्वीर के साथ अपने ट्वीट में उन्हें मराठी राबड़ी देवी करार दिया। इसके बाद जितेन ने अपने एक और ट्वीट में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और उपमुख्यमंत्री अजित पवार (Dy. CM Ajit Pawar) की फोटो लगाकर लिखा कि अगर रश्मि ठाकरे सरकार चलाएंगी तो वे और उपमुख्यमंत्री किसलिए हैं? इस मामले में मुंबई पुलिस ने कार्रवाई करते हुए जितेन गजारिया को हिरासत में ले लिया है।
राबड़ी के नाम पर आमने-सामने बीजेपी और शिवसेना
इसके बाद वहां राजनीति गरमा गई है। महाराष्ट्र में मराठी राबड़ी देवी का मुद्दा इतना बड़ा हो गया है कि वहां बीजेपी और शिवसेना के नेता दिनभर राबड़ी देवी के नाम पर उलझते रहे। बिहार की बात करें ताे राबड़ी देवी के परिवार ने इस मामले में अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है। हालांकि, आरजेडी प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी ने कहा है कि इस तरह की बातों से बीजेपी की महिला विरोधी मानसिकता उजागर होती है। राबड़ी देवी ने बिहार का गौरव बढ़ाया है, उनका अपमान कर बीजेपी ने माताओं-बहनों का अपमान किया है। ऐसे लोगों पर महाराष्ट्र सरकार को कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए।
सवाल यह कि क्या मराठी राबड़ी देवी कहना गाली है?
इस विवाद के साथ महाराष्ट्र में सवाल उठा है कि क्या मराठी राबड़ी देवी कहना गाली है? बीजेपी के प्रवक्ता प्रेम शुक्ला ने पूछा है कि क्या बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी गाली हैं? अगर कल कोई सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को लेकर भी ऐसी बात करता है तो वह भी गाली होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर शिवसेना वाले राबड़ी देवी को गाली समझते हैं तो यह शिवसेना व महाराष्ट्र सरकार की की महिला विरोधी मानसिकता है। बताया जाना चाहिए कि किसी को राबड़ी देवी कहना भारतीय दंड संहिता की किस धारा के तहत अपराध है? प्रेम शुक्ला ने आरजेडी से भी पूछा है कि उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे को राबड़ी देवी कहना महिला विरोधी कैसे है?
राबड़ी देवी का नाम लेकर बनाया गया मजाक
राबड़ी देवी बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की पत्नी व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की मां हैं। वो खुद भी बिहार विधान परिषद में नेता विरोधी दल हैं। राबड़ी देवी बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री भी हैं। काफी कम शिक्षित राबड़ी देवी को लालू प्रसाद यादव ने तब मुख्यमंत्री बनाया था, जब वे खुद चारा घोटाले में जेल जाने वाले थे। लालू चाहते थे कि मुख्यमंत्री की कुर्सी परिवार में ही रहे, इसलिए उन्होंने पत्नी पर भरोसा किया था। ठीक इसी तरह महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री व शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के लिए भी कहा जा रहा है कि वे पत्नी रश्मि ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाना चाहते हैं। इसी कारण रश्मि की पुलना राबड़ी देवी से की गई है। महाराष्ट्र में बिहारियों का मजाक तो पहले से बनाया जाता रहा है, अब सियासी जगत में एक महिला की एंट्री को लेकर राबड़ी देवी का नाम देकर मजाक बनाया जा रहा?