बिहार के गया रेलवे स्टेशन पर डीआरआई और आरपीएफ की संयुक्त कार्रवाई में छह किलोग्राम सोना बरामद किया गया है। छापेमार दस्ते ने कालका मेल और शिप्रा एक्सप्रेस में अचानक पहुंचकर जांच की। इस दौरान उन्हें इतनी बड़ी मात्रा में ट्रेनों से ले जाया जा रहा सोना मिला। इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मिली जानकारी के अनुसार पटना की डीआरआई टीम और आरपीएफ ने गुप्त सूचना के आधार पर यह कार्रवाई की। अभी तक की जांच में पता चला है कि ये सोना हावड़ा से लाया जा रहा था। दोनों ट्रेनों में करीब तीन-तीन किलोग्राम सोना मिला है। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक डीआरआई की टीम और आरपीएफ ने दोनों ट्रेनों में बड़ी गहनता से जांच की। डीआरआई और आरपीएफ के अधिकारी इस बरामदगी को ज्वाइंट ऑपरेशन की बड़ी कामयाबी मान रहे हैं। पकड़े गए दोनों आरोपियों से पूछताछ चल रही है ताकि सोने की तस्करी का पूरा सच सामने लाया जा सके।
पिछले साल भी डीआरआई ने ट्रेनों से बड़ी मात्रा में पकड़ा था सोना
डायरेक्टरेट ऑफ रेवन्यू इंटेलिजेंस (डीआरआई) ने पटना में पिछले साल एक से चार दिसंबर के बीच विदेशी सोने की तीन खेप पकड़ी थी। इस दौरान चार करोड़ रुपए से ज्यादा का करीब पौने आठ किलोग्राम सोना बरामद किया गया था। दिलचस्प है कि पकड़े गए तस्कर महाराष्ट्र के थे। सूत्रों के मुताबिक सोने की दो खेप गुवाहाटी और इंफाल से तस्करों को मिली थी। वहीं, एक खेप में बरामद सोना तस्कर ने खुद भारत-म्यंमार के मोरे बॉर्डर पर अंदर जाकर लिया था। बाकी खेप में बरामद सोना भी म्यंमार के मोरे बॉर्डर से ही भारत लाया गया था।
दुबई से भी हो रही तस्करी
भारत में सोने की तस्करी हजारों किलोमीटर दूर दुबई से भी हो रही है। बताया जा रहा है कि तस्करी के इस अंतरराष्ट्रीय सिंडिकेट में भारत के साथ कई देशों के गिरोह शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका, स्वीटजरलैंड और आस्ट्रेलिया से सोना दुबई मंगाया जाता है। इसी सोने को अलग-अलग देशों के जरिए चोरी-छुपे भारत भेजा जा रहा है। दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में बैठे गिरोह दुबई के अंतर्राष्ट्रीय सिंडिकेट का हिस्सा बनकर लाखों-करोड़ों का मुनाफा कमा रहे हैं।