बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समाज सुधार यात्रा के दौरान जमुई में थे। जिला प्रशासन की मामूली-सी चूक पिछले एक सप्ताह से की जा रही तैयारियों पर पानी फेर गया। जिस डर से बचने के लिए दिन रात एक करते रहे जिलाअधिकारी, वही डर आखिरकार मंच पर गले से लिपट गया। दरअसल मंच पर लगाई गई कुर्सी पहली पंक्ति में कम पड़ गई और कई विधायकों को दूसरी कतार में बैठनी पड़ गई। पिछली कतार में विधायक श्रेयसी सिंह तथा राजीव कुमार सिंह पर नजर पड़ते ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तत्काल जिलाधिकारी को तलब किया और पूछा कि किन परिस्थितियों में माननीय विधायकों की कुर्सी पीछे की गई।
इसके बाद जिलाधिकारी को गलती का एहसास हुआ लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी। इस बात की पुष्टि खुद विधायक श्रेयसी सिंह ने की। यहां बता दें कि मुख्यमंत्री के समाज सुधार यात्रा कार्यक्रम के दौरान पहली कतार में एक तरफ सभी मंत्री एवं झाझा विधायक दामोदर रावत मुख्यमंत्री के साथ मौजूद थे जबकि दूसरी तरफ मुख्य सचिव से लेकर तमाम अधिकारी विराजमान थे। विधायक श्रेयसी सिंह, तारापुर विधायक राजीव कुमार सिंह, बरबीघा विधायक सुदर्शन सिंह, सिकंदरा विधायक प्रफुल्ल कुमार मांझी को दूसरी कतार में अधिकारियों के पीछे जगह मिली थी।
आगमन को लेकर साफ-सफाई पर रहा विशेष जोर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आगमन को लेकर जिला मुख्यालय स्थित श्रीकृष्ण सिंह स्टेडियम मैदान को दुल्हन की तरह सजाने में अधिकारी व कर्मचारी कई दिनों से जुटे रहे। मुख्य सड़कों को दुरुस्त करने के साथ-साथ साफ-सफाई रखने के लिए कर्मचारी पसीना बहाते रहे। सुबह से शाम तक सफाई कर्मी झाडू व फावड़ा चलाते देखे गए। सफाई में कोई कमी न रह जाए, इसके लिए खुद नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी मृत्युंजय कुमार चौकसी करते नजर आए।
मंगलवार रात्रि में भी सड़कों पर साफ सफाई की गई तथा सड़क के पटरियों पर चुना का छिड़काव किया गया। श्रीकृष्ण सिंंह स्टेडियम में मशीन द्वारा सैनिटाइज किया गया। बुधवार को भी सुबह से सफाई कर्मचारी सफाई में जुटे रहे। सड़क किनारे झाड़ू लगाने के साथ-साथ कूड़ा का उठाव किया गया। सड़क किनारे चुना तथा ब्लिचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया।