सहरसा सदर अस्पताल में चोरी की घटनाएं लगातार बढ़ती जा रही हैं, जिससे अस्पताल प्रशासन की चिंता बढ़ गई है। ताजा मामले में अस्पताल परिसर से करीब दो दर्जन एसी की आउटलेट (सॉकेट) चोरी होने का मामला सामने आया है। इस चोरी की पुष्टि स्वयं सदर अस्पताल के सुपरिंटेंडेंट डॉक्टर एस.एस. मेहता ने की है। उन्होंने बताया कि अस्पताल में इस तरह की घटनाएं कोई नई बात नहीं हैं, बल्कि बार-बार हो रही चोरी ने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलकर रख दी है।
डॉ. मेहता ने बताया कि इससे पहले भी अस्पताल में कई बार चोरी की घटनाएं हो चुकी हैं। यह इस तरह की लगभग 11वीं लिखित शिकायत है, जो थाने में दर्ज कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि पूर्व की चोरी की घटनाओं के दौरान सुरक्षा गार्डों के सुपरवाइजर को कई बार आगाह किया गया था। उस समय उनके द्वारा हरजाना भुगतान का आश्वासन दिया गया था और कुछ मामलों में नुकसान की भरपाई भी की गई थी। बावजूद इसके चोरी की घटनाएं लगातार जारी हैं, जो बेहद गंभीर विषय है।
उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि अस्पताल की सुरक्षा के लिए पांच गार्डों को रात्रिकालीन गश्ती दल के रूप में तैनात किया गया था। इसके बावजूद इतनी बड़ी संख्या में एसी की आउटलेट चोरी हो जाना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। डॉ. मेहता ने इस घटना के लिए ड्यूटी पर तैनात सभी पांचों गार्डों को जिम्मेदार ठहराया है।
सुपरिंटेंडेंट ने कहा कि अस्पताल एक संवेदनशील संस्थान है, जहां मरीजों के इलाज के साथ-साथ करोड़ों की सरकारी संपत्ति भी मौजूद है। यदि इस तरह चोरी होती रहेगी तो इससे न सिर्फ अस्पताल के संसाधनों को नुकसान होगा, बल्कि मरीजों की सुविधाएं भी प्रभावित होंगी।
डॉ. एस.एस. मेहता ने बताया कि वह आज ही थाने में आवेदन देकर इस मामले की शिकायत करेंगे और सभी पांचों गार्डों के नाम से एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। साथ ही अस्पताल प्रशासन अब सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त कदम उठाने की तैयारी में है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं पर रोक लगाई जा सके।
