भागलपुर से एक बड़ी और दुखद खबर सामने आई है, जहां असामाजिक तत्वों ने किसानों की साल भर की मेहनत पर पानी फेर दिया। सनोखर थाना क्षेत्र के धनोरी गांव से करीब 500 मीटर दूर बहियार में तैयार धान की फसल में आग लगा दी गई। इस आगजनी की घटना में करीब 10 बीघा धान की फसल पूरी तरह जलकर राख हो गई, जिससे किसानों को लगभग दो लाख रुपये से अधिक का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है।
जानकारी के अनुसार, यह घटना देर रात को अंजाम दी गई। सुबह जब गांव के लोगों की नजर बहियार में जली हुई फसल पर पड़ी, तब इस घटना का खुलासा हुआ। आग की सूचना मिलते ही ग्रामीण मौके पर पहुंचे और काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया गया, लेकिन तब तक धान की पूरी फसल जल चुकी थी। आग इतनी भयावह थी कि पास खड़े चार सकूआ के पेड़ भी इसकी चपेट में आकर जल गए।
घटना के बाद पीड़ित किसान परिवारों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया गया है कि चार गरीब किसान परिवार—जलधर मंडल, शिवलाल मंडल, संजय मंडल और राजेश मंडल—ने मिलकर कटाई के बाद अपनी धान की फसल पोखर के किनारे एकत्र कर रखी थी। सभी किसानों ने दो दिन पहले ही धान की फसल कटवाकर सुरक्षित स्थान पर जमा की थी, लेकिन असामाजिक तत्वों ने दुश्मनी के कारण फसल के खटाल में आग लगा दी।
मुखिया प्रतिनिधि विनय शाह ने बताया कि आग रात में ही लगाई गई होगी, क्योंकि सुबह तक फसल पूरी तरह जलकर राख हो चुकी थी। उन्होंने कहा कि आते-जाते कुछ लोगों ने फसल में आग लगी देखी, जिसके बाद ग्रामीणों को इसकी जानकारी दी गई।
पीड़ित किसान जलधर मंडल ने बताया कि इस फसल से उन्हें बड़ी उम्मीदें थीं। उन्होंने कहा कि साल भर की कड़ी मेहनत के बाद उम्मीद थी कि इस बार फसल बेचकर कर्ज चुका पाएंगे, लेकिन आगजनी की इस घटना ने उनकी कमर तोड़ दी है। पीड़ित किसानों के अनुसार इस हादसे में करीब दो लाख रुपये तक का नुकसान हुआ है।
फिलहाल आग लगाने वाले असामाजिक तत्वों की पहचान नहीं हो सकी है। ग्रामीणों ने प्रशासन से दोषियों की जल्द पहचान कर कड़ी कार्रवाई और पीड़ित किसानों को मुआवजा देने की मांग की है।
