भागलपुर शहर के उल्टा पुल के नीचे उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब प्लास्टिक की खाली बोतलों के ढेर में अचानक भीषण आग लग गई। आग लगते ही ऊँची-ऊँची लपटें उठने लगीं और काले धुएं का गुबार पूरे इलाके में फैल गया, जिससे आसपास के लोगों में दहशत का माहौल बन गया। घटना के बाद कुछ देर के लिए सड़क पर आवाजाही भी प्रभावित रही।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, उल्टा पुल के नीचे बड़ी मात्रा में प्लास्टिक की खाली बोतलें लंबे समय से जमा कर रखी गई थीं। अचानक किसी अज्ञात कारण से इनमें आग लग गई, जिसने देखते ही देखते विकराल रूप धारण कर लिया। प्लास्टिक सामग्री होने के कारण आग तेजी से फैलने लगी और धुएं के कारण लोगों को सांस लेने में भी परेशानी होने लगी।
आग की भयावहता को देखते हुए मौके पर मौजूद स्थानीय लोगों ने दमकल गाड़ी के पहुंचने का इंतजार किए बिना ही बाल्टी, पानी और अन्य उपलब्ध साधनों से आग बुझाने का प्रयास शुरू कर दिया। इसी बीच घटना की सूचना तत्काल अग्निशमन विभाग को दी गई। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की गाड़ियां कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंचीं और दमकल कर्मियों ने कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
दमकल कर्मियों की त्वरित और सूझबूझ भरी कार्रवाई के कारण आग को आसपास के रिहायशी इलाकों और दुकानों तक फैलने से पहले ही नियंत्रित कर लिया गया। अग्निशमन विभाग ने बताया कि इस घटना में किसी भी प्रकार की जान-माल की क्षति नहीं हुई है, जो राहत की बात है। हालांकि प्लास्टिक के ढेर में आग लगने के कारण धुआं और गर्मी काफी अधिक थी, जिससे कुछ समय तक स्थिति गंभीर बनी रही।
फिलहाल आग लगने के वास्तविक कारणों की जांच की जा रही है। शुरुआती तौर पर शॉर्ट सर्किट या किसी जलती वस्तु के फेंके जाने की आशंका जताई जा रही है। वहीं स्थानीय लोगों ने पुल के नीचे इस तरह खुलेआम प्लास्टिक कचरे के भंडारण पर सवाल खड़े किए हैं। लोगों का कहना है कि यदि समय रहते आग पर काबू नहीं पाया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।
स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन से मांग की है कि पुल के नीचे अवैध रूप से जमा प्लास्टिक कचरे को जल्द हटाया जाए और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त निगरानी और कार्रवाई की जाए।
