बिहार के सुपौल जिले से एक ऐसी प्रेम कहानी सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को हैरानी में डाल दिया है। यह मामला न किसी बड़े आयोजन का है और न ही किसी राजनीतिक या प्रशासनिक हलचल से जुड़ा हुआ, बल्कि दो युवतियों के आपसी प्रेम और सहमति से किए गए विवाह ने लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा है। नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 18, ब्लॉक चौक के पास स्थित एक शॉपिंग मॉल में काम करने वाली दो युवतियों ने मंदिर में एक-दूसरे के साथ सात फेरे लेकर जीवनभर साथ निभाने की कसमें खाईं।
बताया जा रहा है कि दोनों की मुलाकात करीब दो साल पहले सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर हुई थी। शुरुआती बातचीत दोस्ती में बदली और फिर यह दोस्ती धीरे-धीरे गहरे भावनात्मक रिश्ते में तब्दील हो गई। लंबे समय तक एक-दूसरे को समझने, साथ समय बिताने और भविष्य को लेकर चर्चा करने के बाद दोनों ने शादी का फैसला लिया। दोनों युवतियां मूल रूप से मधेपुरा जिले की रहने वाली हैं और पिछले दो महीनों से सुपौल में किराए के मकान में साथ रह रही थीं।
मंगलवार देर रात, जब शहर की रफ्तार थम चुकी थी और लोग गहरी नींद में थे, दोनों युवतियां मेला ग्राउंड स्थित काली मंदिर पहुंचीं। मंदिर में मौजूद कुछ चुनिंदा लोगों की मौजूदगी में सादगी से विवाह की रस्म पूरी की गई। गैस स्टोव को अग्नि साक्षी मानते हुए दोनों ने सात फेरे लिए और एक-दूसरे के साथ जीवनभर साथ निभाने का संकल्प लिया। पूरी शादी बेहद शांत माहौल में संपन्न हुई, जिससे रात में किसी को इसकी भनक तक नहीं लगी।
बुधवार सुबह जब दोनों शादी के बाद अपने कमरे लौटीं और यह खबर धीरे-धीरे फैली, तो मोहल्ले में लोगों की भीड़ जुट गई। लोग इस अनोखी शादी को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं करने लगे। दोनों युवतियों ने साफ कहा कि यह उनका निजी और स्वैच्छिक फैसला है। उन्होंने बताया कि वे पुरुषों में रुचि नहीं रखतीं और उनका रिश्ता आपसी समझ, भरोसे और भावनात्मक जुड़ाव पर आधारित है।
इस अनोखी शादी को लेकर इलाके में मिली-जुली प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। कुछ लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सहमति का प्रतीक मान रहे हैं, जबकि कुछ इसे सामाजिक परंपराओं के खिलाफ बता रहे हैं। फिलहाल, सुपौल के ब्लॉक चौक से लेकर आसपास के गांवों तक यह प्रेम कहानी चर्चा और बहस का विषय बनी हुई है।
