सहरसा जिले से भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की खबर सामने आई है। पतरघट अंचल कार्यालय में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार को निगरानी विभाग की टीम ने 5 हजार रुपये रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई निगरानी विभाग के डीएसपी मिथिलेश कुमार के नेतृत्व में की गई, जिससे अंचल कार्यालयों में फैले भ्रष्टाचार पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए हैं।
मिली जानकारी के अनुसार, पतरघट अंचल क्षेत्र के रहने वाले परिवादी रण बहादुर सिंह का जमीन परिमार्जन का मामला लंबे समय से अंचल कार्यालय में लंबित था। आरोप है कि राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार इस काम को करने के एवज में लगातार 5 हजार रुपये रिश्वत की मांग कर रहा था। कई बार आग्रह के बावजूद जब बिना रिश्वत के काम नहीं हुआ, तो पीड़ित ने निगरानी विभाग का दरवाजा खटखटाया।
परिवादी रण बहादुर सिंह ने 4 दिसंबर 2025 को निगरानी थाना में इसकी लिखित शिकायत दर्ज कराई। शिकायत मिलने के बाद निगरानी विभाग ने पूरे मामले का गुप्त रूप से सत्यापन कराया, जिसमें रिश्वत मांगने का आरोप सही पाया गया। इसके बाद निगरानी टीम ने आरोपी को रंगे हाथ पकड़ने के लिए जाल बिछाया।
पूर्व नियोजित योजना के तहत जैसे ही राजस्व कर्मचारी राहुल कुमार ने परिवादी से रिश्वत की राशि ली, निगरानी विभाग की टीम ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उसे मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के पास से रिश्वत की रकम भी बरामद कर ली गई।
मामले को लेकर निगरानी डीएसपी मिथिलेश कुमार ने बताया कि आरोपी के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को निगरानी थाना लाया गया, जहां उससे पूछताछ की जा रही है और आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
इस कार्रवाई के बाद अंचल कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार को लेकर आम लोगों में चर्चा तेज हो गई है। वहीं, निगरानी विभाग की इस सख्त कार्रवाई से आम जनता में उम्मीद जगी है कि रिश्वतखोरी करने वाले सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ आगे भी इसी तरह कठोर कदम उठाए जाते रहेंगे।
