नवगछिया। बनिया बैसी पंचायत की मुखिया गुड़िया देवी के पति कुमोदी यादव पर चार बीघा जमीन की रजिस्ट्री के बाद कब्जा लेने के दौरान जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में कुमोदी यादव गंभीर रूप से घायल हो गए, जबकि उनके तीन अंगरक्षक भी जख्मी हो गए। घटना के बाद इलाके में तनाव व्याप्त है और पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
जानकारी के अनुसार कुमोदी यादव ने नगरह निवासी रामगोविंद सिंह के पुत्र सहजानंद सिंह से पांच लाख रुपये प्रति बीघा की दर से चार बीघा जमीन की रजिस्ट्री कराई थी। रजिस्ट्री के बाद शुक्रवार को कुमोदी यादव अपने गनरों के साथ जमीन पर कब्जा लेने और जोताई कराने पहुंचे थे। इसी दौरान दूसरे पक्ष के बैसी नवटोलिया निवासी जगदेव राय और उनके परिजनों ने जमीन जोतने का विरोध किया। देखते ही देखते विवाद बढ़ गया और मामला हिंसक झड़प में तब्दील हो गया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हमलावरों ने कुमोदी यादव पर लोहे की रॉड से वार किया, जिससे वे गंभीर रूप से घायल होकर गिर पड़े। इस दौरान उनके साथ मौजूद अंगरक्षकों—नालंदा निवासी मुद्रिका यादव, उत्तर प्रदेश के ईंटा निवासी जगरूप सिंह तथा मधुसूदनपुर बैसी निवासी धनंजय यादव—पर भी हमला किया गया। सभी को गंभीर चोटें आई हैं। आरोप है कि हमलावरों ने अंगरक्षकों की दो राइफल भी छीन ली।
घटना के बाद घायलों को तत्काल नवगछिया अस्पताल ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद कुमोदी यादव को मायागंज अस्पताल रेफर किया गया। मायागंज में हालत नाजुक देखते हुए उन्हें बेहतर इलाज के लिए बाहर रेफर कर दिया गया है। चिकित्सकों के अनुसार उनकी स्थिति चिंताजनक बनी हुई है।
इस जमीन को लेकर विवाद पहले से चल रहा था। जगदेव राय का कहना है कि वह और उनका परिवार वर्षों से उक्त जमीन पर बटेदार के रूप में खेती करते आ रहे हैं। उनका दावा है कि कुल 20 बीघा जमीन पर उनका कब्जा रहा है और वे पूर्व जमींदार रामगोविंद सिंह के सिपाही भी रह चुके हैं। इसी आधार पर वे जमीन पर अपने अधिकार की बात कर रहे हैं। उनका आरोप है कि रजिस्ट्री के बाद उन्हें जमीन खाली करने की धमकी दी जा रही थी।
दो दिन पहले भी इसी जमीन को लेकर विवाद हुआ था। उस समय कुमोदी यादव जमीन जोतने पहुंचे थे, जिसका जगदेव राय और उनके परिजनों ने विरोध किया था। विवाद बढ़ने पर कुमोदी यादव ने रंगरा थाना में जगदेव राय सहित करीब 40 लोगों को नामजद करते हुए प्राथमिकी दर्ज कराई थी। इसके बावजूद शुक्रवार को एक बार फिर दोनों पक्ष आमने-सामने आ गए और मामला हिंसक हो गया।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओमप्रकाश ने बताया कि हमलावरों की पहचान कर ली गई है और इस मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है। आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। गांव में तनाव को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है। उल्लेखनीय है कि कुमोदी यादव का आपराधिक इतिहास भी बताया जा रहा है, जिससे मामला और संवेदनशील बन गया है।
