सुपौल सदर अस्पताल में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया, जब एसएनसीयू वार्ड से एक नवजात बच्चे के लापता होने की खबर सामने आई। घटना ने अस्पताल प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था, निगरानी तंत्र और जिम्मेदारी पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। रिपोर्टर कुंदन कुमार के अनुसार, नवजात की मां फूलकुमारी देवी, निवासी पिपराही वार्ड 13 (निर्मली) ने बताया कि 7 दिसंबर को प्रसव पीड़ा के बाद उन्होंने एक पुत्र को जन्म दिया था। जन्म के तुरंत बाद बच्चे की तबीयत बिगड़ने पर उसे सुपौल सदर अस्पताल के एसएनसीयू वार्ड में भर्ती कराया गया था, जहां उसकी स्थिति सुधर रही थी।

 

घटना बुधवार दोपहर करीब 2 बजे की है, जब अस्पताल के लाउडस्पीकर से अचानक फूलकुमारी देवी के बच्चे को खोजने की घोषणा की गई। यह सुनते ही परिजन हैरान रह गए, क्योंकि वे उसी समय वार्ड के पास मौजूद थे। बच्चे की नानी और पिता जब दौड़कर एसएनसीयू पहुंचे, तो वहां मौजूद कर्मियों ने बताया कि बच्चा वार्ड से गायब है। देखते ही देखते पूरी अस्पताल में अफरातफरी मच गई और मामला हर तरफ फैल गया।

 

अस्पताल प्रबंधन ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज खंगाला। सिविल सर्जन ललन ठाकुर ने बताया कि फुटेज में सुबह करीब 10:30 बजे एक महिला को बच्चे को दूध पिलाने के बहाने लेकर वार्ड से बाहर जाते हुए देखा गया है, लेकिन उसके बाद वह वापस नहीं लौटी। यह खुलासा अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था की बड़ी विफलता को उजागर करता है।

 

फिलहाल नवजात का कोई सुराग नहीं मिल पाया है। बच्चे की मां, पिता और नानी का रो-रोकर बुरा हाल है। परिवार ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है और मांग की है कि मामले की तत्काल जांच कर बच्चे को सुरक्षित बरामद किया जाए।

 

स्थानीय लोगों और परिजनों ने कहा कि इतने संवेदनशील वार्ड से नवजात का गायब हो जाना सीधे-सीधे अस्पताल प्रबंधन की चूक है। घटना के बाद अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था, कर्मियों की जवाबदेही और सीसीटीवी संचालन पर गंभीर प्रश्न उठने लगे हैं। पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है, लेकिन परिवार बच्चे की एक झलक का इंतजार कर रहा है।

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