भागलपुर के विश्वविद्यालय थाना क्षेत्र में 6 दिसंबर को हुए सनसनीखेज कुंदन यादव हत्या कांड का पुलिस ने खुलासा कर लिया है। दोपहर करीब 12 बजे साहिबगंज मोहल्ले में 22 वर्षीय कुंदन यादव की रॉड से पीट-पीटकर निर्मम हत्या कर दी गई थी। इस घटना ने पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया था। वारदात के कुछ ही देर बाद बड़ी संख्या में स्थानीय लोग मौके पर जुट गए और पुलिस को घटना की जानकारी दी।
हत्या के बाद मृतक की मां गीता देवी ने विश्वविद्यालय थाना में शंकर महतो को नामजद करते हुए एफआईआर दर्ज कराई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि शंकर ने पुरानी दुश्मनी और आपसी विवाद के कारण उनके बेटे की बेरहमी से हत्या की। शिकायत दर्ज होते ही विश्वविद्यालय थाना की पुलिस टीम सक्रिय हो गई और आरोपी की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर लगातार छापेमारी शुरू की।
पुलिस के लिए 7 दिसंबर का दिन सफलता लेकर आया, जब गुप्त सूचना के आधार पर टीम मुंगेर जिले के तारापुर थाना क्षेत्र पहुंची। यहां से मुख्य आरोपी शंकर महतो को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में सामने आया कि दोनों के बीच लंबे समय से विवाद चला आ रहा था, और इसी रंजिश में उसने कुंदन को मौत के घाट उतार दिया।
सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने प्रेस को जानकारी देते हुए बताया कि आरोपी शंकर महतो का पहले से भी आपराधिक इतिहास रहा है। उसके खिलाफ कई आपराधिक मामले दर्ज हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम ने तत्परता, सतर्कता और कुशलता के साथ काम करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर आरोपी को दबोच लिया, जो विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।
सिटी एसपी ने यह भी कहा कि इस पूरी कार्रवाई में शामिल पुलिस अधिकारियों और जवानों को पुरस्कृत किया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि शहर में किसी भी प्रकार का अपराध बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी। पुलिस की इस सफलता से स्थानीय लोगों ने राहत की सांस ली है और शहर में कानून-व्यवस्था को लेकर भरोसा भी मजबूत हुआ है।
कुंदन यादव की हत्या से व्यथित परिवार अब आरोपी की गिरफ्तारी के बाद न्याय की उम्मीद कर रहा है। पुलिस द्वारा चार्जशीट जल्द ही दाखिल किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
